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Om Thakur
टिंडा एक प्रकार की सब्जी है, यह मुख्य रूप से गर्म मौसम की सब्जी है, जो गर्मी के मौसम में अच्छी तरह से ग्रो करती है। टिंडे को अन्य नाम से भी जाना जाता है जैसें- इंडियन स्क्वैश, इंडियन बेबी कददू, एप्पल लौकी इत्यादि।
टिंडा एक ऐसीं सब्जी है जिसमें पोषक तत्वों की भरमार है, इसके सेवन से पेट से लेकर दिल तक की समस्याओं को दूर किया जा सकता है। इसके लगातार सेवन से बढ़ते वजन को भी कंट्रोल किया जा सकता है।
टिंडा उगाने की सामग्री !
उत्तम किस्म के बीज
गमला या ग्रो बैग
आर्गेनिक खाद
पानी
मिट्टी
गमला या ग्रो बैग में मिट्टी लें
आप टिंडा के लिए 12x12, 15x12, 15x15, 18x9 इंच या अपनी सुविधा के अनुसार बड़े गमले या ग्रो बैग को चुन सकते हैं। इसके बाद गमले में उपयोगी मिट्टी भरकर, नमी के लिए पानी का छिडकाव करें।
टिंडा के पौधे तैयार करने के लिए आप सबसे पहले उत्तम क्वालिटी के बीज लें। इसके बाद तैयार की गई मिट्टी को ग्रो बैग या गमले में भरें और लगभग 1/2 से 1 इंच तक उनके ऊपर मिट्टी डाल कर पानी का छिड़काव करें।
अंकुरण
टिंडा के बीजों को अंकुरित होने में लगभग 7 से 15 दिन का समय लग सकता है।
टिंडा उगाने के लिए पानी
टिंडा लगे गमले की मिट्टी में पर्याप्त मात्रा में पानी देना चाहिए। पौधे को पानी देना तब महत्वपूर्ण हो जाता है, जब पौधे में कलियां और फूल विकसित होने लगते हैं। पानी देने के लिए आप वाटरिंग कैन का प्रयोग कर सकते हैं।
आवश्यक खाद
आप टिंडा के पौधों में तेजी से विकास के लिए जैविक उर्वरक जैसे नाइट्रोजन युक्त खाद, वर्मीकम्पोस्ट, मस्टर्ड केक, नीम केक, पुरानी गोबर की खाद आदि का उपयोग कर सकते हैं।
उचित धूप
पर्याप्त सूर्य प्रकाश की उपस्थिति में टिंडा का पौधा अच्छी तरह से ग्रो करता है, इसे कम से कम 6 से 8 घंटे की धूप मिलना चाहिए।
कीटों से सुरक्षा
कीटों को पौधों से दूर करने के लिए, आप पौधे पर नीम तेल का स्प्रे कर सकते हैं।
आप बुआई के लगभग 60 से 70 दिनों बाद पहली बार टिंडा हार्वेस्ट कर सकते हैं। इस तरह से आप अगले तीन महीनों तक टिंडा को लगातार हार्वेस्ट कर सकते हैं। पौधे से टिंडा को हार्वेस्ट करने के लिए तेज धार वाला चाकू या गार्डनिंग कैची (Gardening Scissor) का प्रयोग कर सकते हैं।