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Om Thakur
अजमोद एक द्विवार्षिक पौधा है जिसे आमतौर पर गमले में जड़ी-बूटी के रूप में उगाया जाता है, इसका वैज्ञानिक नाम पेट्रोसेलिनम क्रिस्पम (petroselinum crispum) है। अजमोद को घर पर उगाना आसान है।
लगभग एक फुट ऊंचे बढ़ते हुए अजमोद में त्रिकोणीय गहरे हरे गुच्छेदार पत्ते होते हैं, जिनका उपयोग रसोई में गार्निश जोड़ने या खाने में स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है। तो आईये जानते हैं, अजमोद को घर पर उगाने उगाने की विधि के विषय में:
अजमोद उगाने की सामग्री !
उत्तम किस्म के बीज
गमला या ग्रो बैग
आर्गेनिक खाद
पानी
मिट्टी
गमला या ग्रो बैग में मिट्टी लें
आप अजमोद के लिए 12x12, 12x15, 15x15, 24x12 इंच या अपनी सुविधा के अनुसार बड़े गमले या ग्रो बैग को चुन सकते हैं। इसके बाद गमले में उपयोगी मिट्टी भरकर, नमी के लिए पानी का छिड़काव करें। अजमोद के लिए मिटटी का PH मान 6.0-7.0 के मध्य होना चाहिए।
अजमोद के बीज !
मिट्टी में अजमोद के बीजों को लगभग ¼ से ½ इंच की गहराई में लगाएं और स्प्रे पंप की मदद से पानी का छिड़काव का करें। अजमोद एक विस्तृत तापमान सीमा 7°C- 32°C को सह सकता है, लेकिन 10°C-21°C के बीच का तापमान अजमोद के लिए आदर्श होता है
अंकुरण
पार्सले या अजमोद को अंकुरित होने में लगभग 14 से 30 दिन का समय लग सकता है।
पार्सले उगाने के लिए पानी
पार्सले या अजमोद लगे गमले की मिट्टी में पर्याप्त मात्रा में पानी देना चाहिए। पानी देने के लिए आप वाटरिंग कैन का प्रयोग कर सकते हैं।
आवश्यक खाद
अगर आपका पार्सले प्लांट धीमी गति से बढ़ रहा है तो इसके लिए आप प्लांट ग्रोथ प्रमोटर फर्टिलाइजर का उपयोग कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त आप गमले की मिट्टी में गोबर खाद, वर्मीकम्पोस्ट, जैविक खाद या प्रोम खाद का उपयोग भी कर सकते हैं।
उचित धूप
अजमोद या पार्सले के पौधों को अच्छी मात्रा में सूर्य-प्रकाश की आवश्यकता होती है। इसे कम से कम 6 से 8 घंटे की धूप मिलना चाहिए।
कीटों से सुरक्षा
अजमोद के पौधों में कोई गंभीर कीट या बीमारी की समस्या नहीं होती है, लेकिन ये पौधे सेप्टोरिया लीफ स्पॉट, लीफ ब्लाइट्स, पाउडर फफूंदी जैसे फंगल रोगों से ग्रस्त हो सकते हैं, इनसे पौधों को बचाने के लिए पौधों पर नीम तेल या अन्य उपयुक्त दवा का छिड़काव करें।
सामान्य तौर पर अजमोद लगाने के बाद 70 से 90 दिनों के बीच यह कटाई के लिए तैयार हो जाते हैं। जब अजमोद का पौधा लगभग 6 इंच लंबा और अपेक्षाकृत झाड़ीदार हो जाये तब आप आवश्यकता अनुसार अजमोद की कटाई सीजर से कर सकते हैं, लेकिन कोशिश करें कि एक बार में एक तिहाई से अधिक पत्ते न निकालें।