www.organicbazar.net

Om Thakur

घर पर बीज से प्याज कैसे उगाएँ?

प्याज एक शल्ककन्दीय सब्जी है, जिसके कंद का प्रयोग सब्जी के रूप में प्रयोग किया जाता है। इसका कंद तीखा होता है। इसके तीखेपन का कारण एक वाष्पशील तेल एलाइल प्रोपाइल डाई सल्फाइड होता है।

प्याज का उपयोग लगभग प्रत्येक व्यंजन में किया जाता है। इसका प्रयोग सब्जी, मसाले, सलाद एवं अचार तैयार करने के लिए भी किया जाता है।

प्याज हमारी सेहत के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद है। यह पित्तरोग, शरीर दर्द, फोड़ा, खूनी बवाशीर, रतौंधी, मलेरिया, कान दर्द इत्यादि जैसें मर्जों के लिए बहुत लाभदायक होता है। इसमें आयरन, कैल्शियम तथा विटामिन सी जैसें पोषक तत्त्व भी पाये जाते हैं।

प्याज को किस मौसम में लगाएं?

सर्दियों में प्याज के बीज को नवम्बर से फरवरी महीने के दौरान घर के अन्दर लगा सकते हैं।

बरसात में मानसून के मौसम में प्याज के बीज को जुलाई से अक्टूबर माह के दौरान बुआई कर सकते हैं।

गर्मी  में प्याज के बीज को मार्च से जून माह के दौरान बुआई कर सकते हैं।

प्याज उगाने की सामग्री!

उत्तम किस्म के बीज

गमला या ग्रो बैग 

आर्गेनिक खाद 

पानी 

मिट्टी 

गमला या ग्रो बैग में मिट्टी लें

आप प्याज के लिए 15x12, 24x12, 18x9 इंच या अपनी सुविधा के अनुसार बड़े गमले या ग्रो बैग को चुन सकते हैं। इसके बाद गमले में उपयोगी मिट्टी भरकर, नमी के लिए पानी का छिड़काव करें।

प्याज के बीज

प्याज के पौधे तैयार करने के लिए आप सबसे पहले उत्तम क्वालिटी के बीज लें। इसके बाद तैयार की गई मिट्टी में लगभग 0.5 सेंटीमीटर या 1/4 इंच की गहराई में प्याज के बीज बोयें। बीजों को लगभग 8 से 10 सेमी. की दूरी पर लगाएं।

अंकुरण

प्याज के बीज 7 से 10 दिन के भीतर अंकुरित हो सकते हैं। ठंडी मिट्टी में प्याज के बीज अंकुरित होने में 2 सप्ताह से भी ज्यादा का समय ले सकते हैं

प्याज उगाने के लिए पानी !

प्याज लगे गमले की मिट्टी में पर्याप्त मात्रा में पानी देना चाहिए। पानी देने के लिए आप वाटरिंग कैन का प्रयोग कर सकते हैं। पौधों में पानी देते समय ओवर वाटरिंग से बचें।

आवश्यक खाद

बीज बोने से पहले मिट्टी तैयार करते समय मिट्टी में पुरानी गोबर की खाद अच्छी तरह से मिला लें। इसके अलावा इसमें नाइट्रोजन, फास्फोरस एवं पोटाश की कुछ मात्रा भी मिलाये। बीज की बुआई से लगभग एक से डेढ़ माह बाद खड़ी फसल में भी नाइट्रोजन युक्त जैविक खाद का छिड़काव करें।

उचित धूप

प्रारंभ में प्याज के अंकुरण को दिन में 3 से 4 घंटे की धूप की जरुरत होती है। जब पौधे विकसित हो जाते हैं तो प्याज के बेहतर विकास के लिए 6 से 7 घंटे की धूप पर्याप्त होती है।

रोग और बचाव

शीत ब्लाइट- इस रोग में प्याज के पौधे की पत्तियों पर सफ़ेद रंग के धब्बे दिखाई देने लगते हैं, साथ ही पत्तियां भी सूखने लगती हैं। इस रोग से बचाव के लिए आप प्याज के पौधों पर 0.15% डाइथेन जेड-78 या नीम तेल का छिड़काव कर सकते हैं।

डाउनी मिल्ड्यू– इस रोग में पत्तों पर गोलाकार धब्बे दिखाई देने लगते हैं। इससे बचने के लिए 0.35% ताम्बा जनित फफूंदी नाशक दवा का छिड़काव करें।

थ्रिप्स – तापमान में वृद्धि होने के कारण पत्तियों पर छोटे कीटों का आक्रमण बढ़ जाता है। इससे बचने के लिए इमिडाक्लोप्रिड 17.8 एस एल का छिड़काव करें।

हार्वेस्टिंग टाइम

आप बुआई के लगभग 4 से 5 महीने बाद प्याज हार्वेस्ट कर सकते हैं। जब प्याज का तना दिखने लगे और पत्तियां सूखने लगे, तो समझ लीजिये प्याज पूरी तरह से हार्वेस्ट के लिए तैयार हो चुकी है। प्याज को हार्वेस्ट करने के लिए  थ्री फिंगर कल्टीवेटर का उपयोग कर सकते हैं।