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Om Thakur

घर पर भजिया वाली पोई साग (Malabar Spinach) कैसे उगाएँ?

पोई साग एक बेल के रूप में ग्रो करने वाला क्लाइम्बिंग प्लांट है। इसका प्रयोग होम डेकोर में किया जा सकता है। पोई साग को कई अन्य नामों से भी जाना जाता है जैसें मालाबार पालक, बेसेला अल्बा, भैंस पालक, सीलोन पालक, भारतीय पालक।

पालक की तरह दिखने वाली ये पोई साग सेहत से भरपूर होती है। इसमें आयरन, कैल्शियम एवं फाइबर जैसें पोषक तत्त्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। इसके सेवन से न केवल  आयरन की कमी दूर होती है बल्कि दिल और दिमाग भी स्वस्थ रहते है।

पोई साग या मालाबार पालक का उपयोग स्वादिष्ट पकवान बनाने के लिए भी किया जाता है। इसके बने करारे भजिये या पकोड़े का स्वाद अविस्मरणीय होता हैतो आईये जानते हैं इसको घर में उगाने की विधि:

पोई साग उगाने की सामग्री !

उत्तम किस्म के बीज

गमला या ग्रो बैग 

आर्गेनिक खाद 

पानी 

मिट्टी 

गमला या ग्रो बैग में मिट्टी लें

आप पोई साग के लिए 12x12, 15x12, 18x9 इंच या अपनी सुविधा के अनुसार बड़े गमले या ग्रो बैग को चुन सकते हैं। गमले में उपयोगी मिट्टी भर कर, आप इस मिट्टी में नमी के लिए पानी का छिड़काव करें।

पोई साग के बीज

पोई साग के बीज लगाने के लिए आप गमले में मिट्टी या पॉटिंग मिश्रण को भरकर ½ या 1 इंच की गहराई में बीज बोयें। पोई साग के बीजों को लगभग 2 फिट की दूरी पर लगाएं या फिर एक गमले में केवल 2 पौधे ही उगाएं।

अंकुरण

पोई साग या मालाबार पालक के बीजों को अंकुरित होने में लगभग 10-14 दिन का समय लग सकता है।

पोई साग उगाने के लिए पानी

पोई साग या मालाबार पालक के बीज बोने के बाद मिट्टी को सूखने न दें। समय पर पानी दें एवं मिट्टी में नमीं बनाएं रखें। ज्यादा पानी बीजों को या अंकुरित होने वाले पौधों को सड़ा सकता है, इसलिए ओवर वाटरिंग से बचें।

पोई साग के लिए खाद

आप पोई साग की उपज बढ़ाने के लिए गमले या ग्रो बैग की मिट्टी में आर्गेनिक फ़र्टिलाइज़र जैसे- गोबर खाद, मस्टर्ड केक और नीम केक का उपयोग कर सकते हैं। 

उचित धूप

मालाबार पालक को ऐसे स्थान पर लगाएं, जहाँ उसे लगभग 6-7 घंटे की धूप मिल सके।

कीट और रोग

पौधों को रोजाना चेक करें। कीट या बीमारी ग्रस्त पाए जाने पर मालाबार पालक के पौधों पर नीम आयल या होममेड पेस्टीसाइड का छिड़काव करें।

हार्वेस्ट टाइम

मालाबार पालक के बीज को लगाने के लगभग दो महीने बाद इनके पौधे तैयार हो जाते हैंl रसोई में इस्तेमाल के लिए आप इसके ताजे दिल के आकार के छोटे पत्ते तोड़कर अपनी रसोई में यूज़ कर सकते हैंl पत्तियों या तनों की कटाई के बाद, तुरंत उपयोग करें या आप इसे रेफ्रिजरेटर में भी स्टोर कर सकते हैंl