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Om Thakur
कड़ी पत्ता को मीठी नीम या करी पत्ता के नाम से भी जाना जाता है। इसका पौधा आपके या आपके पड़ोसियों के घर लगा जरुर मिलेगा। कड़ी पत्ता का उपयोग किचन में खाने का स्वाद बढ़ाने व डिश डेकोरेट करने के लिए अधिक किया जाता है।
करी पत्ता विभिन्न व्यंजनों के स्वाद को बढ़ाने का काम तो करता ही है, साथ में यह आपकी हेल्थ को भी सेहतमंद बनाता है। इसमें कैल्शियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस, आयरन, कॉपर और विटामिन जैसें पोषक तत्व प्रमुखता से पाए जाते हैं।
करी-पत्ता उगाने की सामग्री !
उत्तम किस्म के बीज
गमला या ग्रो बैग
आर्गेनिक खाद
पानी
मिट्टी
गमला या ग्रो बैग में मिट्टी लें
आप करी-पत्ता के लिए अपनी सुविधा के अनुसार बड़े गमले या ग्रो बैग का चयन कर सकते हैं। इसके बाद गमले में उपयोगी मिट्टी भरकर, नमी के लिए पानी का छिड़काव करें।
करी पत्ता के पौधे तैयार करने के लिए आप सबसे पहले उत्तम क्वालिटी के बीज लें। इसके बाद तैयार की गई मिट्टी को ग्रो बैग या गमले में भरें और लगभग 1/2 इंच की गहराई में बीज बोयें।
अंकुरण
करी पत्ता के बीज 10 से 25 दिन के भीतर अंकुरित हो सकते हैं ।
करी पत्ता उगाने के लिए पानी
करी पत्ता लगे गमले की मिट्टी में पर्याप्त मात्रा में पानी देना चाहिए, लेकिन जलभराव से बचें। पानी देने के लिए आप वाटरिंग कैन का प्रयोग कर सकते हैं।
आवश्यक खाद
आप करी पत्ता के पौधों में तेजी से विकास के लिए जैविक उर्वरक जैसे नाइट्रोजन युक्त खाद, वर्मीकम्पोस्ट, मस्टर्ड केक, नीम केक, पुरानी गोबर की खाद आदि का उपयोग कर सकते हैं।
उचित धूप
पर्याप्त सूर्य प्रकाश की उपस्थिति में करी-पत्ता का पौधा अच्छी तरह से ग्रो करता है, इसे कम से कम 6 से 8 घंटे की धूप मिलना चाहिए।
कीटों से सुरक्षा
आमतौर पर माइट्स, स्केल, थ्रिप्स और साइलिड्स जैसे कीड़े आपके करी पत्ता के पौधे को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इनसे अपने पौधों को बचाने के लिए आप जैविक कीटनाशक के रूप में नीम तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं।
करी पत्ता के पौधे को सही आकार देने तथा हरा भरा बनाए रखने के लिए, पौधे की समय-समय पर प्रूनिंग (छंटाई) करनी चाहिए। प्रूनिंग में पौधों की मृत शाखाएँ, पीली तथा मुरझाइ हुई पत्तियों को काटकर अलग किया जाता है।