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Om Thakur
घर पर कॉक्सकॉम्ब या सेलोसिया फूल का पौधा कैसे उगाएँ?
कॉक्सकॉम्ब या सेलोसिया एक सदाबहार मखमली फूल का पौधा है, यह कई रंगों में आता है जैसे नारंगी, हरा, लाल, गुलाबी, पीला व सफ़ेद। इस रंग बिरंगे मखमली फूल को मुर्गकेश के नाम से भी जाना जाता है। इसको लगाने से लेकर फूल खिलने तक ज्यादा देखभाल करने की जरूरत नही पड़ती है।
यदि आप भी सेलोसिया जैसे फूलों के शौकीन हैं और उन्हें अपने गार्डन में उगाना चाहते हैं, तो इस स्टोरी में आप जानेंगे कि होम गार्डन में कॉक्सकॉम्ब का पौधा कैसें लगा सकते हैं।
कॉक्सकॉम्ब उगाने की सामग्री
उत्तम किस्म के बीज
गमला या ग्रो बैग
आर्गेनिक खाद
पानी
मिट्टी
गमला या ग्रो बैग में मिट्टी लें
यह मखमली कॉक्सकॉम्ब या सेलोसिया का पौधा लगाने के लिए उचित जल निकासी वाले गमले या ग्रो बैग का चयन करें, इसके लिए आप जियो फैब्रिक ग्रो बैग का उपयोग भी कर सकते हैं। आप इसमें मिट्टी भरकर, नमी के लिए पानी का छिड़काव करें।
कॉक्सकॉम्ब का पौधा उगाने के लिए आप उत्तम किस्म के बीजों का प्रयोग कर सकतें हैं, फिर तैयार की हुई मिटटी में इसके बीजों को डालें और बारीक मिट्टी से हल्का ढक दें। बीज लगाने के बाद गमले या सीडलिंग ट्रे पर थोडा पानी का छिड़काव करें।
अंकुरण
पर्याप्त नमीं बनाए रखने से सेलोसिया के बीज लगभग 10 से 15 दिनों में अंकुरित हो जायेगें। फिर कुछ दिनों बाद इनको सीडलिंग ट्रे से उपयुक्त गमले या ग्रो बैग में ट्रांसप्लांट कर सकते हैं।
पानी की आवश्यकता
गमले में लगे पौधों को नियमित रूप से पानी देना चाहिए। हालांकि अधिक पानी न डालें, क्योंकि इससे कॉक्सकॉम्ब पौधे में फफूंदी (mildew) लग सकती है। पत्तियों को गीला होने से बचाने के लिए पौधे के आधार पर पानी दें और ओवर वाटरिंग से बचें।
कॉक्सकॉम्ब के लिए खाद !
पौधों को फूल खिलने के दौरान खाद देना चाहिए, फूल खिलते समय पौधों को तुरंत पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। इन पोषक तत्वों की पूर्ति के लिए आप गोबर खाद, वर्मी कम्पोस्ट, पोटाश, मस्टर्ड केक जैसे ऑर्गेनिक उर्वरकों का प्रयोग कर सकते हैं।
उचित धूप
कॉक्सकॉम्ब के पौधों को अच्छे से बढ़ने के लिए पूर्ण सूर्य के प्रकाश की जरूरत होती है। हालाँकि कॉक्सकॉम्ब के पौधे आंशिक छाया में भी विकसित हो सकते हैं, कम से कम 8 घंटे की सीधी धूप इन कॉक्सकॉम्ब पौधों को स्वस्थ रखेगी।
कीटों से सुरक्षा
कॉक्सकॉम्ब या सेलोसिया के पौधे को कीटों से सुरक्षित रखने के लिए, नीम तेल और पानी के घोल का स्प्रे किया जाना चाहिए।
देखभाल कैसे करें?
सुबह और शाम समय पर पानी दें।
पौधे से मरे, मुरझाए, सूखे या खराब पत्तों-फूलों की प्रूनिंग समय पर करें।
पौधे को पर्याप्त मात्रा में धूप मिलना चाहिए।