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Om Thakur
शुगर को कण्ट्रोल करने में सक्षम है शिमला मिर्च, जाने घर पर कैसे उगायें?
सर्दियाँ शुरू होने वाली हैं और ऐसे में आप अपने होम गार्डन में शिमला मिर्च ग्रो करना चाहते हैं, तो सितम्बर से अक्टूबर के महीने में इसके बीज लगा लें, जिससे इस विंटर सीजन में भी आपको अपने घर के गार्डन से ही ताज़ी शिमला मिर्च प्राप्त हो सके। तो आईये जानते हैं कि शिमला मिर्च को आसानी से होम गार्डन में कैसे उगा सकते हैं:
शिमला मिर्च में कई प्रकार के मिनरल्स, फाइबर, एंटी-ऑक्सीडेंट एवं विटामिन पाए जाते हैं, यह हार्ट डिसीज, कोलेस्ट्राल, डाइबिटीज, स्किन डिसीज इत्यादि कई बिमारियों में लाभ प्रदान करती है। साथ ही यदि आपकी नजर कमजोर हो रही तो, राहत पाने के लिए इस विंटर में शिमला मिर्च को अपनी डाइट में जरुर शामिल करें।
शिमला मिर्च के हेल्थ बेनिफिट !
शिमला मिर्च को उगाने की आवश्यक सामग्री
पॉटिंग मिक्स मिट्टी
सीडलिंग ट्रे एवं ग्रो बैग
फ़र्टिलाइज़र
गार्डनिंग टूल्स
उत्तम किस्म के बीज !
विंटर सीजन में शिमला मिर्च ग्रो करने के लिए सबसे पहले आपको हाई क्वालिटी के सीड्स की आवश्यकता होगी, जिसे आप ऑनलाइन भारत का बेस्ट गार्डनिंग प्रोडक्ट्स ई-कॉमर्स प्लेटफार्म OrganicBazar.Net पर विजिट करके काफी रीज़नेबल प्राइस पर खरीद सकते हैं।
मिटटी तैयार करें !
आप घर पर ही बढ़िया उर्वरता वाली मिट्टी तैयार कर सकते हैं, इसके लिए 50% सामान्य मिट्टी, 30% वर्मी कम्पोस्ट, 10% रेत और 10% कोकोपीट के मिश्रण को अच्छे से मिला कर मिश्रण बनायें, फिर इस पोटिंग साइल को सीडलिंग ट्रे और ग्रो बैग में भरें और नमी के पानी दें।
सीडलिंग ट्रे में करें अंकुरण !
सीडलिंग ट्रे में पोटिंग मिक्स मिट्टी भरने के बाद इसमें शिमला मिर्च के उत्तम क्वालिटी के बीजों को ¼ इंच की गहराई पर को बोयें एवं मिट्टी में नमी के लिए पानी दें। ट्रे में शिमला मिर्च के बीजों को बोने के बाद लगभग 7 से 14 दिन में सीड जर्मीनेट हो जाते हैं।
ग्रो बैग में सीडलिंग को ट्रान्सफर करें
सीडलिंग ट्रे में बीज अंकुरित होने के बाद आप इन प्लांट्स को 24x15 इंच के HDPE ग्रो बैग में ट्रांसप्लांट कर सकते हैं। आप इस ग्रो बैग में शिमला मिर्च के 2 से 3 पौधे 7 इंच की दूरी पर एक साथ लगा सकते हैं या शिमला मिर्च के साथ अन्य प्लांट भी ग्रो कर सकते हैं।
आर्गेनिक फ़र्टिलाइज़र
शिमला मिर्च के प्लांट को अच्छे से ग्रो और उचित पोषण प्रदान करने के लिए, बीजों के अंकुरण के समय PGP लिक्विड फ़र्टिलाइज़र, ग्रोथ के लिए मस्टर्ड केक का प्रयोग करें एवं फूल तथा फल लगने पर प्रोम फ़र्टिलाइज़र का उपयोग जरुर करें।
पानी
विंटर सीजन में शिमला मिर्च को पानी तभी दें जब मिट्टी सूखी दिखाई दे, इस तरह से मिट्टी में नमी बनाये रखने के लिए उचित मात्रा में पानी सुबह और शाम के समय ही दें।
हार्वेस्ट टाइम
आप शिमला मिर्च को 60 से 90 दिन बाद हार्वेस्ट कर सकेंगे और ताज़ी शिमला मिर्च की स्वादिष्ट व्यंजनों का लुत्फ़ उठा सकते हैं।
गार्डनिंग टूल्स
विंटर सीजन में में गार्डनिंग टूल्स का उपयोग अवश्य करें, जिससे लौकी के बीजों की बुआई से लेकर हार्वेस्टिंग तक का कार्य आसानी से पूर्ण हो सके और गार्डनिंग के दौरान आप पूरी तरह से सेफ रहें।
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