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ब्लूबेरी नीले रंग का बेहद ही आकर्षक फल है जो अपने स्वाद व रंग की वजह से बहुत लोकप्रिय है।
ब्लूबेरिज में विटामिन सी, फाइबर, आयरन पोटेशियम, कैल्शियम समेत कई सारे पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं।
कई स्थानों पर यह फल आसानी से भी नहीं मिलता है। ऐसे में आप इसे अपने घर पर गमले में उगा सकते है.
साउदर्न हाईबुश और रैबिटआई ब्लूबेरी की कुछ ऐसी किस्में जो भारत में अच्छी तरह से उगाई जा सकती हैं।
सही किस्म चुनें:
भारत में ब्लूबेरी पौधे को अप्रैल-मई में लगाया जाता है, और 1 साल बाद फरवरी या मार्च में ही फल आना शुरू हो जाते हैं।
लगाने का सही समय:
ब्लूबेरी पौधा लगाने के लिए आपको 15×15 इंच या इससे बड़े गमले का इस्तेमाल करना चाहिए।
ग्रो बैग या गमले का साइज़:
आप नर्सरी से ब्लूबेरी के पौधे लाएं और उन्हें अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी में लगाएंगे।
ब्लूबेरी कैसे लगाएं
ब्लूबेरी के पौधे को उगाने के लिए धूप काफी जरूरी है, लेकिन आप पौधा सीधी धूप की रोशनी में भी ना रखें।
धूप की आवश्यकता
एक बार जब आप कंटेनर में ब्लूबेरी के पौधे लगाने के बाद इसे धूप वाली जगह पर रखें।।
स्थान का चयन करें:
ब्लूबेरी पौधे की जड़ें उथली होती हैं, इसलिए उन्हें नियमित रूप से पानी देने की जरुरत होती है।
पानी देना
आप ब्लूबेरी की मिट्टी में गोबर खाद, वर्मीकम्पोस्ट और बोनमील का उपयोग करके बेहतर परिणाम देख सकते हैं।
ऑर्गेनिक खाद :
ब्लूबेरी जब नीली हो जाती है तो तोड़ने के लिए तैयार हो जाती है।
ब्लूबेरी को कब तोड़े: