Brush Stroke

गुलाब की ग्राफ्टिंग कैसे की जाती है!

samiksha tiwari 

www.organicbazar.net

विधि में गुलाब के 2 पौधों को जोड़कर एक नया पौधा तैयार किया जाता है। इस तरह से तैयार पौधा जल्दी ग्रोथ करता है, साथ ही उसमें सुन्दर फूल भी खिलते हैं। और उस पौधे की रोगों से लड़ने की क्षमता भी अधिक होती है।

आप जिस भी कलर  के गुलाब चाहते हैं, उस पौधे की कलम को चुने। 

सबसे पहले ग्राफ्टिंग के लिए जरूरी सभी टूल्स को साफ कर लें। हाथ को भी कीटाणुरहित करें।

रूटस्टॉक गुलाब के मुख्य तने की, 2 गाँठ के बीच वाली जगह को, ब्लेड से T आकार मे 1 इंच तक छीलें।

कलम पर ब्लेड को थोड़ी गहराई से दबाते हुए आगे बढायें और 1 इंच लम्बाई की छाल निकाल लें।

सायन के उभार वाले हिस्से को ऊपर की तरफ रखते हुए, गुलाब के रूटस्टॉक पौधे के T शेप में प्रवेश कराएं।

पन्नी वाले सफेद टेप को लें और उसे सायन के उभार वाले हिस्से को छोड़कर, उसके ऊपर और नीचे चारों ओर लपेटें।

गुलाब के ग्राफ्टेड पौधे को एक बड़ी पॉलीथीन से कवर करें। इससे आर्द्रता  बनी रहती है, जिससे बड से पत्तियां जल्दी निकलती हैं।

गुलाब के ग्राफ्टेड पौधे की अच्छे से देखभाल करने पर महीने भर में ही रूटस्टॉक में लगे सायन वाले भाग से पत्तियां निकलने लगती हैं।

अगर आपको इस स्टोरी में दी गयी जानकारी अच्छी लगी हो तो स्टोरी को शेयर करें एवं ऑनलाइन गार्डनिंग प्रोडक्ट्स खरीदने के लिए भारत की बेस्ट गार्डनिंग ई -कॉमर्स प्लेटफार्म Www.OrganicBazar.Net पर  विजिट करें !