samiksha tiwari
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खाद और उर्वरकों के इस्तेमाल से प्लांट्स जल्दी बड़े हो जाते हैं और साथ ही वे हरे-भरे और घने रहते हैं। पौधों के लिए नाइट्रोजन से भरपूर खाद जैसे गोबर खाद या वर्मी कम्पोस्ट खाद बहुत अच्छी मानी जाती है।
पौधों की समग्र ग्रोथ के लिए फास्फोरस और पोटेशियम पोषक तत्व भी जरूरी होते हैं। जिस खाद में ये न्यूट्रिएंट्स (पोषक तत्व) पाए जाते हैं, वह पौधों के लिए बहुत उपयोगी होती है।
हरी घास की कतरनों में नाइट्रोजन की मात्रा अधिक होती है,घास की कतरनों को पानी में डाले। 2 दिन बाद पानी को छान कर मिट्टी में डाल दे।
घर पर जब भी आप अपनी रसोई में सब्जियों, आलू या अंडे उबालने के बाद जो पानी बचता है,उसे फेंकने के बजाय पौधों को हरा-भरा रखने में इस्तेमाल करें।
घर पर किचन से निकलने वाले कचरे जैसे सब्जियों, फलों के छिलकों, कटी हुई सब्जियां आदि से आप कम्पोस्ट खाद बना सकते है।
घरेलू उर्वरक के रूप में लकड़ी या कंडे की राख का उपयोग काफी लंबे समय से किया जा रहा है और यह कीट और रोगों से भी सुरक्षित रखता है।
खरपतवारों की पत्तियों में भरपूर नाइट्रोजन पाया जाता है,इसे पानी में डुबाकर 1 से 2 हप्ते तक रखे जब पानी का रंग ब्राउन हो जाये तो पौधों की मिट्टी में डालें।
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