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कद्दू एक बेल या लता के रूप में उगने वाला पौधा है, इसका वानस्पतिक नाम कुकरबिटा मोस्चाटा है।
कद्दू के फल का इस्तेमाल लम्बे समय तक सब्जी या अन्य रूप में कर सकते हैं।
अगर आपको कद्दू की सब्जी या इससे बने अन्य व्यंजन पसंद हैं तो जानिए इसे घर पर कैसे उगाएं.
मिट्टी के तापमान को ध्यान में रखते हुए, कद्दू उगाने का सबसे अच्छा समय अंतिम गर्मी से मार्च से मई और जुलाई से सितंबर तक है।
कद्दू लगाने का सही समय
कद्दू का पौधा उगाने के लिए उचित जल निकासी वाली जैविक खाद युक्त दोमट मिट्टी का उपयोग करना सही रहेगा।
मिट्टी तैयार करें:
– कद्दू उगाने के लिए कम से कम 18 x 18 इंच या इससे अधिक बड़ा गमला या ग्रो बैग लें।
गमला या ग्रो बैग
चुने हुए गमले या ग्रो बैग में तैयार की गई मिट्टी या पॉटिंग मिश्रण को भरें और कद्दू के बीज को 0.5-1 इंच की गहराई पर लगाएं।
बीज की गहराई:
– बीज लगाने के तुरंत बाद गमले की मिट्टी में पानी दें ताकि मिट्टी नम हो जाये। उचित देखभाल और मिट्टी की नमी को बनाएं रखने से कद्दू के बीज 7 से 14 दिनों में अंकुरित हो जाते हैं।
बीज कितने दिन में अंकुरित होंगे:
कद्दू के पौधे को बढ़ने के लिए ऐसे स्थान पर रखें जहां उसे रोजाना 5-6 घंटे की धूप मिल सके।
सूर्यप्रकाश:
घर पर कद्दू के पौधे की बेहतर वृद्धि के लिए पोषक तत्वों से भरपूर खाद जैसे गोबर खाद या वर्मीकम्पोस्ट दें।
उर्वरक:
कद्दू की बेल को बड़ा होने पर सहारे की जरूरत होती है आप सहारा देने के लिए क्रीपर नेट या अन्य उपाय भी अपना सकते हैं।
सहारा दें:
– कद्दू के पौधों को बीमारियों या कीट के प्रभाव से बचाने के लिए आप नीम केक या नीम ऑइल का इस्तेमाल कर सकते हैं।
कीट व रोग:
कद्दू की उचित देखभाल होने पर बेल पर 85 से 120 दिन के अन्दर फल आने लगते हैं तथा कद्दू की कटाई 3 महीने तक जारी रहती है।
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