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Om Thakur

पपीते की बंपर पैदावार बढ़ाने के लिए अपनाएं ये 8 टिप्स !

पपीते का फल स्वाद में थोड़ा मीठा व अनोखा होता है। पपीते में विटामिन-A, विटामिन-C, विटामिन-E जैसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं, यह हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक होता है।

पपीते के पेड़ से अधिक फल प्राप्त करने के लिए यदि आप जानना चाहते हैं कि पपीते के पेड़ की देखभाल कैसे करें, तो हम आपको घर पर पपीते की पैदावार बढ़ाने के तरीके और देखभाल संबंधी टिप्स:

टिप्स-1

पपीते की अधिक उपज के लिए चुने सही मिट्टी

पपीते के बेहतर विकास के लिए इन्हें अच्छी जल निकासी, उपजाऊ तथा कम अम्लीय मिट्टी की आवश्यकता होती है।

टिप्स-2

पपीते में अधिक फल लगने के लिए उत्तम परिस्तिथियाँ

आमतौर पर पपीते के पौधों को वसंत ऋतु (फरवरी-मार्च) के दौरान लगाया जाता है। इसके लिए गर्म, आर्द्र तथा शुष्क जलवायु अनुकूल होती है। यह 25-35˚C के तापमान की रेंज में अच्छी तरह से ग्रो करता है।

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टिप्स-3

पैदावार बढ़ाने के लिए पौधों को दें पर्याप्त पानी !

घर पर लगे पपीते के पौधों की अधिक वृद्धि और फलों के विकास के लिए नियमित रूप से पानी देना आवश्यक है। पानी देते समय ध्यान रखें कि गमले की मिट्टी में पानी भरा न रहें, क्योंकि यह जड़ों के सड़ने का कारण बन सकता है।

टिप्स-4

फल उत्पादन के लिए बेस्ट तापमान तथा रोशनी !

टेरेस गार्डन पर लगे पपीते को विकसित करने तथा पैदावार बढ़ाने के लिए आदर्श तापमान 21-35 डिग्री सेल्सियस है। पौधों की ग्रोथ के लिए 6 से 7 घंटे धूप की आवश्यकता होती है तथा पपीता के फल पकने के मौसम में गर्म और शुष्क जलवायु की आवश्यकता होती है।

टिप्स-5

उत्पादन बढ़ाने के लिए चुने जैविक उर्वरक और खाद !

पपीते के पौधे के बेहतर विकास के लिए इसे उर्वरकों की अधिक मात्रा में आवश्यकता होती है। इसकी वृद्धि के लिए तथा फलों के उत्पादन को बढ़ाने के लिए नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम युक्त खाद का उपयोग करें।

टिप्स-6

पौधों को कीड़ों तथा रोगों से रखें मुक्त !

पपीते के पौधों में कीट और रोगों के लगने का खतरा आम है, ब्लैक रॉट से लेकर आतंरिक पीलेपन जैसे रोगों के होने की संभावना पपीते के पौधे में होती है। कीट नियंत्रण के लिए आप  नीम तेल का उपयोग कर सकते हैं।

टिप्स-7

अधिक पैदावार के लिए पौधे को रखें उचित दूरी में !

यदि आप 18 x 18 इंच के ग्रो बैग या गमले का चुनाव कर रहे हैं, तो प्रत्येक ग्रो बैग में एक ही पौधा लगाएं। पपीते के गमले को अन्य पौधों के गमलों से लगभग 1-2 मीटर की दूरी पर रखें।

टिप्स-8

विकास के लिए पौधों को खरपतवारों से मुक्त रखें !

पपीते लगे गमले की मिट्टी में अक्सर अन्य खरपतवार उग जाते हैं, ये पौधों की ग्रोथ रुकने का कारण बन सकते हैं। इन खरपतवारों को विकसित होने से रोकने के लिए नियमित रूप से अपने पपीते के पौधे की निराई तथा छटाई करते रहें।