अगर आप फूल वाले पौधों को बीज से उगाने का सोच रहें हैं, तो सफलता का एक हिस्सा यह जानना है कि उन्हें कब लगाना है। इस लेख में हम आपको डायरेक्ट मेथड फ्लावर सीड्स सोइंग कैलेंडर के बारे में बताने जा रहें हैं जिसमें आप सीधी बुआई विधि से लगाये जाने वाले फूलों के नाम, और बीज बोने का सही समय तथा मौसम के बारे में जानेगें। इसके अलावा डायरेक्ट सीड सोइंग मेथड क्या है, साल के किन महीनों में कौन से फूल के बीजों को लगायें, फूल के बीजों को कितनी गहराई में लगाना चाहिए, और उनके अंकुरण के लिए मिट्टी का तापमान कितना होना चाहिए आदि सवालों के जवाब जानने के लिए इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़ें।
सीधी बुआई विधि या डायरेक्ट सोइंग मेथड क्या है – What is Direct Seed Sowing Method In Hindi
गार्डन या गमलों की मिट्टी में फूलों के बीजों को परमानेंटली लगाना डायरेक्ट सीड सोइंग मेथड कहलाती है, जिसे सीधी बुआई के नाम से भी जाना जाता है। इस विधि में बीज अंकुरण के बाद सीडलिंग को बड़े गमले या गार्डन में ट्रांसप्लांट करने की जरूरत नहीं पड़ती है, क्योंकि इसमें फूल के बीजों को पहले से ही उचित आकार के गमले में लगाया जाता है। अक्सर वे फूल के पौधे जिनकी जड़ें नाजुक होती हैं, जो कि ट्रांसप्लांट करने के दौरान डैमेज हो सकती हैं, उनको उगाने के लिए इस डायरेक्ट सीड सोइंग मेथड का उपयोग किया जाता है।
(यह भी जानें: डायरेक्ट मेथड से पौधे उगाने के लिए ग्रोइंग चार्ट…)
डायरेक्ट मेथड से उगाये जाने वाले फूल के पौधे – Flower Plants To Be Planted By Direct Sowing Method In Hindi
इस डायरेक्ट सोइंग मेथड से फूल को ग्रो करने के लिए बीजों बोने के बाद पौधों को ट्रांसप्लांट करने की जरूरत नहीं रहती है, जिससे पौधों की जड़ें भी हेल्दी रहती हैं और पौधा अच्छे से ग्रोथ करता है। आगे इस लेख में हम आपको सीजन के अनुसार डायरेक्ट मेथड से उगने वाले फूलों के नाम और फ्लावर सीड ग्रोइंग चार्ट के बारे में बताने जा रहे हैं।
समर सीजन फ्लावर सीड डायरेक्ट सोइंग कैलेंडर – Summer Season Flower Seeds Sowing Calendar In Hindi
भारत में लास्ट फरवरी से मार्च के महीने तक वसंत और अप्रैल से जून के महीने तक गर्मी का सीजन होता है, जिसमें अधिकतर फूलों के पौधों को ग्रो किया जाता है। आइये जानते हैं स्प्रिंग और गर्मी के मौसम में किन फूल के बीजों को गमलों या गार्डन में डायरेक्ट मेथड से लगाया जाता है:
फूलों के नाम |
बीज लगाने का समय |
बीज लगाने की गहराई |
बीज अंकुरण के लिए तापमान |
अंकुरण के लिए प्रकाश/अँधेरा |
बीज अंकुरण का समय |
फूल खिलने का समय |
फरवरी-अप्रैल |
0.6 सेंटीमीटर |
21-25°C |
अँधेरा |
15-20 दिन |
3 महीने बाद (जून-नवम्बर)
|
|
मॉर्निंग ग्लोरी (Morning Glory) |
मार्च-अप्रैल |
0.5 सेंटीमीटर |
21-30°C |
प्रकाश / अँधेरा |
5 -21 दिन |
3-4 महीने बाद (गर्मी, पतझड़)
|
क्लिओम (Cleome Spinosa) |
फरवरी-मई |
0.6 सेंटीमीटर |
20-30°C |
प्रकाश |
7-10 दिन |
70-80 दिन बाद (गर्मी) |
ओक्सालिस (Oxalis) |
मार्च-अप्रैल |
0.3 सेंटीमीटर |
18-25°C |
प्रकाश |
15 -25 दिन |
10 सप्ताह बाद (बसंत, गर्मी, पतझड़)
|
मार्च-अप्रैल |
0.5-1 सेंटीमीटर |
21-25°C |
प्रकाश / अँधेरा |
5-10 दिन |
डेढ़ से दो महीने में (गर्मी)
|
|
ग्लोरियोसा लिली (Gloriosa Lily) |
फरवरी-मार्च |
2.5 सेंटीमीटर |
20-25°C |
प्रकाश |
30-40 दिन |
3-4साल बाद (गर्मी, पतझड़)
|
डाफने फूल (Daphne) |
फरवरी-मार्च |
थिन लेयरिंग |
04-23°C |
प्रकाश |
7-10 दिन |
7-10 साल में (नवम्बर-अप्रैल)
|
इंडिगो फूल (Indigo Flower) |
फरवरी-अप्रैल |
थिन लेयरिंग |
21-25°C |
प्रकाश |
2-3 सप्ताह |
1 साल बाद (बरसात) |
अपराजिता (Butterfly Pea/Clitoria) |
मार्च -अप्रैल |
1 सेंटीमीटर |
21-25°C |
प्रकाश |
1-2 सप्ताह |
प्लांटिंग के 6-12 महीने में (साल भर)
|
टिकोमा (Tecoma) |
मार्च-अप्रैल |
1.2 सेंटीमीटर |
25-30°C |
प्रकाश |
14-21 दिन |
2-3 साल में (गर्मी, पतझड़)
|
डे लिली (Daylily) |
मार्च-मई |
1.5 सेंटीमीटर |
15-21°C |
प्रकाश / अँधेरा |
2-6 सप्ताह |
2-3 साल बाद(जून-जुलाई)
|
मार्च-मई |
1.2 सेंटीमीटर |
15-21°C |
प्रकाश / अँधेरा |
5-7दिन |
60-85दिन बाद (गर्मी) |
|
स्कार्लेट सेज (Scarlet Sage) |
मार्च-मई |
0.6 सेंटीमीटर |
18-24°C |
प्रकाश |
7-21दिन |
6-8 महीने में (गर्मी, पतझड़)
|
लैवेंडर (Lavender Plant) |
मार्च-जून |
0.3 सेंटीमीटर |
21-27°C |
प्रकाश |
14-21 दिन |
1 -से 2 साल में (गर्मी, पतझड़)
|
मार्च-जून |
0.3 सेंटीमीटर |
18-23°C |
प्रकाश / अँधेरा |
2-3 सप्ताह |
110-120 दिन बाद (अक्टूबर-मार्च)
|
|
डेलफिनियम (Delphinium) |
मई-जून |
0.3 सेंटीमीटर |
21-23°C |
प्रकाश / अँधेरा |
21-28 दिन |
1 साल बाद (गर्मी) |
सदाबहार (Periwinkle) |
मार्च-जून |
0.6 सेंटीमीटर |
18-23°C |
प्रकाश / अँधेरा |
2-3 सप्ताह |
45-60 दिन बाद (साल भर)
|
चम्पा (Plumeria) |
मार्च-जून |
0.6 सेंटीमीटर |
15-35°C |
अँधेरा |
3-14 दिन |
3-5 साल में (साल भर) |
गुलमोहर (Gul Mohur) |
अप्रैल-मई |
1.2 सेंटीमीटर |
14-26°C |
प्रकाश |
2-3 सप्ताह |
5-12 साल में (गर्मी, बरसात)
|
मोगरा (Mogra) |
मई-जून |
0.5 सेंटीमीटर |
05-26°C |
प्रकाश |
4-6 सप्ताह |
1 से 2 साल में (गर्मी, बरसात)
|
पेओनी (Peonies) |
मई |
2.5 सेंटीमीटर |
10-15°C |
प्रकाश |
4-6 सप्ताह |
1 से 3 साल में (मई-जून)
|
क्लार्किया फूल (Clarkia Elegans) |
मई-जून |
थिन लेयरिंग |
18-25°C |
प्रकाश |
14 -21 दिन |
60-70 दिन बाद (गर्मी,बरसात)
|
गैलार्डिया (Gailardia Aristata) |
मई-जून |
0.3 सेंटीमीटर |
20-22°C |
प्रकाश |
3 सप्ताह |
90-100 दिन बाद (गर्मी, पतझड़)
|
रैनी सीजन फ्लावर सीड डायरेक्ट सोइंग कैलेंडर – Direct Flower Planting calendar for Rainy Season in Hindi
लास्ट जून से लेकर अगस्त के महीने तक बरसात का मौसम रहता है, जिसमें फूलों के पौधे अच्छे से ग्रोथ करते हैं। आइये जानते हैं बरसात के मौसम में डायरेक्ट मेथड से उगाये जाने वाले फूलों के नाम तथा रैनी सीजन फ्लावर ग्रोइंग चार्ट के बारे में:
फूलों के नाम |
बीज लगाने का समय |
बीज लगाने की गहराई |
बीज अंकुरण के लिए तापमान |
अंकुरण के लिए प्रकाश/अँधेरा |
बीज अंकुरण का समय |
फूल खिलने का समय |
जुलाई |
थिन लेयरिंग |
15-21°C |
प्रकाश/अँधेरा |
10 -21दिन |
14 हप्ते बाद (पतझड़, बसंत)
|
|
केसिया (Cassia) |
जुलाई |
2.5 सेंटीमीटर |
21-24°C |
प्रकाश |
10-12 दिन |
5 साल बाद (बरसात) |
पिंक रेन लिली (Pink Rain Lily) |
जुलाई |
0.3 सेंटीमीटर |
18-24°C |
प्रकाश |
2-4 सप्ताह |
2-3 महीने में (साल भर)
|
रजनीगन्धा (Tuberose) |
जुलाई |
3-7 सेंटीमीटर |
20-30°C |
प्रकाश |
1-3 सप्ताह |
90-120 दिन बाद (साल भर)
|
जुलाई |
0.3 सेंटीमीटर |
21-25°C |
प्रकाश / अँधेरा |
10-15 दिन |
60-70दिन बाद (गर्मी, बरसात)
|
|
चमेली (Jasmine) |
अगस्त |
1.2 सेंटीमीटर |
20-22°C |
प्रकाश |
4-6 सप्ताह |
2 साल बाद (साल भर) |
विंटर सीजन फ्लावर सीड डायरेक्ट सोइंग कैलेंडर – Flowers Growing Winter Season Chart In Hindi
इंडिया में सितम्बर से अक्टूबर तक पतझड़ और नवम्बर से लेकर फरवरी तक ठण्ड का सीजन चलता है। आइये जानते हैं पतझड़ और ठंड के मौसम में डायरेक्ट सोइंग मेथड से उगाये जाने वाले फूलों के पौधों के बारे में:
फूलों के नाम |
बीज लगाने का समय |
बीज लगाने की गहराई |
बीज अंकुरण के लिए तापमान |
अंकुरण के लिए प्रकाश/अँधेरा |
बीज अंकुरण का समय |
फूल खिलने का समय |
पेपर डेजी फूल (Paper daisy) |
अक्टूबर-नवम्बर |
1.2 सेंटीमीटर |
20-25°C |
प्रकाश / अँधेरा |
14-21 दिन |
4-5 महीने बाद (बसंत से पतझड़ तक)
|
लार्कसपुर फूल (Larkspur) |
नवम्बर |
1.2 सेंटीमीटर |
02-13°C |
अँधेरा |
20-30 दिन |
11-13 सप्ताह बाद (गर्मी, पतझड़)
|
कैलिफोर्निया पॉपी (California Poppy) |
नवम्बर-फरवरी |
0.6 सेंटीमीटर |
10-12°C |
प्रकाश |
10 -21 दिन |
55-75 दिन बाद(बसंत, गर्मी)
|
जनवरी |
0.3 सेंटीमीटर |
24-27°C |
अँधेरा |
2-3 सप्ताह |
80-100 दिन बाद (साल भर)
|
|
जनवरी-फरवरी |
1.2 सेंटीमीटर |
21-26°C |
प्रकाश |
21-28 दिन |
1 साल बाद (गर्मी) |
|
बेगोनिया (Begonia) |
जनवरी-मार्च |
1.2 सेंटीमीटर |
21-24°C |
प्रकाश |
2 हप्ते |
12-14 सप्ताह बाद (गर्मी)
|
जनवरी-मार्च |
0.3 सेंटीमीटर |
15-21°C |
प्रकाश / अँधेरा |
10 दिन |
8-10 सप्ताह बाद (बसंत, गर्मी, पतझड़)
|
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स्नैपड्रैगन फ्लावर (Snapdragon) |
जनवरी-मार्च |
थिन लेयरिंग |
12-21°C |
प्रकाश |
8-10 दिन |
2-3 महीने बाद (गर्मी) |
जनवरी-जून |
0.3 सेंटीमीटर |
21-25°C |
प्रकाश / अँधेरा |
10-15 दिन |
60-70दिन बाद (गर्मी, बरसात)
|
|
प्रिमरोज फ्लावर (Primrose) |
फरवरी |
थिन लेयरिंग |
10-21°C |
प्रकाश |
10-21 दिन |
1 साल बाद (बसंत) |
फरवरी-अप्रैल |
0.3 सेंटीमीटर |
16-18°C |
अँधेरा |
10-20 दिन |
100-120 दिन बाद (बसंत और गर्मी)
|
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पॉलीएन्थस फूल (Polyanthus) |
फरवरी-अप्रैल |
1.2 सेंटीमीटर |
15-18°C |
प्रकाश |
10-30 दिन |
4-6 महीने बाद (बसंत,बरसात)
|
फरवरी-अप्रैल |
0.3 सेंटीमीटर |
21-24°C |
प्रकाश |
7-10 दिन |
70 -80 दिन बाद (गर्मी)
|
|
फरवरी-अप्रैल |
0.3 सेंटीमीटर |
21-27°C |
प्रकाश |
14 दिन |
प्लांटिंग के 90 दिन बाद (गर्मी)
|
निष्कर्ष – Conclusion
आशा करते हैं यह लेख आपको पसंद आया होगा जिसमें आपने मौसम के अनुसार डायरेक्ट मेथड से उगाये जाने वाले फूलों के पौधों और उन्हें उगाने के बारे में जाना। यदि इस लेख से सम्बंधित आपके कोई सवाल या सुझाव हों तो, उसे कमेन्ट करके अवश्य बताएं।