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 Om Thakur

गार्डन से चींटियों को दूर करने के लिए लगाएं यह पौधे !

गार्डन में चींटियों का प्रकोप एक आम समस्या है, हालाँकि चीटियाँ कुछ हद तक गार्डन के लिए तो फायदेमंद होती हैं, लेकिन इनकी अधिक संख्या से पौधों को काफी नुकसान होता है। चीटियाँ पौधे के फूल, पत्तियों और जड़ों से रस चूसकर, उन्हें नष्ट कर देती हैं।

अक्सर हम चीटियों को दूर करने के लिए विभिन्न प्रकार के रासायनिक स्प्रे का उपयोग करते हैं, जो पौधों के लिए बहुत नुकसानदायक होते हैं। तो क्यों न इन चींटियों को कुछ प्राकृतिक तरीके से भगाया जाए, जिससे पौधे को नुकसान भी न हो, तो इसके लिए आप गार्डन में उन पौधों को लगा सकते हैं, जिनसे ये चींटियां काफी दूर रहना पसंद करती हैं।

सौंफ 

सौंफ चींटियों को भगाने के लिए सबसे अच्छा पौधा है, इस पौधे के बीजों की मीठी गंध में एक रासायनिक घटक एनेथोल (Anethole) पाया जाता है, जिसकी अनोखी गंध चीटियाँ पसंद नहीं करती है, इसलिए वह इस पौधे से दूर रहती हैं।

पुदीना

आमतौर पर मिंट या पुदीने की ताजा गंध मनुष्यों के लिए तो आकर्षक होती है, लेकिन चींटियों को बिलकुल भी पसंद नहीं होती है। यह पौधा न केवल चींटियों, बल्कि ततैया,, तिलचट्टे और मच्छरों को भी भगाने में सक्षम हैं, इसलिए इस पौधे को कीट विकर्षक के रूप में लगाया जाता है।

रोजमैरी

रोजमैरी चींटियों को दूर भगाने वाला पौधा है, इस पौधे की छोटी-छोटी सुई के आकार की पत्तियां मांसल तथा सुगन्धयुक्त होती हैं। रोजमैरी की सख्त और कड़वी पत्तियों में कीटनाशक गुणों वाले फाइटोकेमिकल्स (phytochemicals) होते हैं, जिसके कारण चीटियाँ इस पौधे से दूर रहती हैं।

क्रिसेंथमम

क्रिसेंथमम या गुलदाउदी एक फ्लावर प्लांट है, जिसे इसके रंग बिरंगे फूलों के लिए लगाया जाता है। इस पौधे के सुंदर फूलों में सक्रिय कीटनाशक यौगिक, पाइरेथ्रिन पाया जाता है, जिसके कारण न सिर्फ चीटियाँ फूलों को नापसंद करती हैं, बल्कि इस पौधे से दूर भागती हैं।

सेज

सेज प्लांट या ऋषि पौधे में थुजोन, बोर्नियोल और सिनेओल यौगिक पाए जाते हैं तथा पत्तियों में एसिड, विटामिन और ग्लाइकोसाइड भी अधिक मात्रा में होते हैं। यह यौगिक चींटियों तथा अन्य कीटों के लिए विषाक्त होते हैं, इसलिए चीटियाँ इस पौधे के आसपास नहीं आती हैं।

गेंदा

मैरीगोल्ड के फूल में बहुत से यौगिक पाए जाते हैं, जिनमें प्रमुखतः थियोफीन (Thiophenes) नामक यौगिक नेमाटोड, राउंडवॉर्म तथा विशेष रूप से चींटियों और अन्य कीटों के लिए बहुत ही विषाक्त होता है, इसलिए चीटियाँ इस पौधे के पास नहीं आती हैं।

अजवायन

कैरम या अजवायन, जिसका उपयोग अधिकतर भोजन सामग्री में किया जाता है, इस पौधे में रोगाणुरोधी (Antimicrobial) और एंटिफंगल (antifungal) घटक होते हैं, जो चींटियों सहित अन्य कीड़ों को करीब आने से रोकते हैं।

मिर्च

अधिकतर व्यंजनों में सबसे महत्वपूर्ण मसालों के तौर पर उपयोग की जाने वाली मिर्च, अपनी तीक्ष्ण गंध और तीखे स्वाद के लिए जानी जाती है। इसके पत्तों और मिर्च में कैप्साइसिन (capsaicin) नामक यौगिक पाया जाता है, जिसकी तेज गंध से चीटियाँ और अन्य कीट इस पौधे से दूर होते हैं।