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 Om Thakur

सर्दियों में भी रहेगा गार्डन हरा-भरा, करें इन आर्गेनिक खाद का प्रयोग !

सर्दी के सीजन में पौधों में ज्यादा फल और फूल आयें, इसके लिए पौधों में खाद व उर्वरकों का इस्तेमाल करना काफी जरूरी होता है। तो आईये जानते हैं सर्दियों में पौधों की ग्रोथ के लिए बेस्ट फ़र्टिलाइज़र क्या हैं?

विंटर में पौधों के लिए बेस्ट फर्टिलाइजर

सर्दी में उगने वाले पौधों के लिए सबसे अच्छी खाद और उर्वरक निम्न हैं:

वर्मीकम्पोस्ट

एप्सम साल्ट

मस्टर्ड केक

लकड़ी की राख

केले के छिलके की खाद

वर्मीकम्पोस्ट

वर्मीकम्पोस्ट, सर्दियों के समय पौधों में डालने के लिए बेस्ट खाद है। आप इस खाद को सभी प्रकार के पौधों में इस्तेमाल कर सकते हैं। पौधे की ग्रोइंग स्टेज के दौरान हर 2-3 महीने में एक गमले में एक मुट्ठी वर्मीकम्पोस्ट डाली जा सकती है।

एप्सम साल्ट

एप्सम साल्ट पौधों को झाड़ीदार (घना) बनाने में मदद करता है, अधिक फूल पैदा करता है, पत्तियों में क्लोरोफिल उत्पादन बढ़ाता है और पौधों को मैग्नीशियम और सल्फर पोषक तत्व प्रदान करता है। पौधे की ग्रोइंग स्टेज के दौरान महीने में 1-2 बार, 1 लीटर पानी में 1 चम्मच एप्सम साल्ट मिलाकर पौधों की जड़ों में डाल दें।

मस्टर्ड केक

यदि विंटर सीजन में सब्जियों और फूलों वाले पौधो की ग्रोथ नहीं हो रही है या फिर उनमें फूल और फल नहीं आ रहे हैं तो इसके लिए आप पौधों में मस्टर्ड केक फ़र्टिलाइज़र का यूज़  कर सकते हैं। पौधों में इस फर्टिलाइजर का इस्तेमाल घोल बनाकर किया जाता है।

लकड़ी की राख

लकड़ी की राख का गार्डन में अनेक उद्देश्य की पूर्ति के लिए उपयोग किया जाता है: जैसे यह मिट्टी के पीएच स्तर को बढ़ा देती है, स्लग और घोंघे जैसे कीटों को गार्डन से दूर रखती है, और पौधों को आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करके पौधों की ग्रोथ को बढाती है। होम गार्डन में लकड़ी की राख का उपयोग करने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि, इसे पौधों की मिट्टी के ऊपर फैला (टॉप ड्रेसिंग) दिया जाये।

केले के छिलकों से बनी खाद

केले के छिलकों को फर्टिलाइजर के रूप में इस्तेमाल करने के लिए सबसे पहले एक बर्तन लें और उसमें 3-4 छिलकों को डालकर पानी भर दें। कुछ (4-5) दिनों के बाद केले के छिलकों को पानी में से निकालकर अलग कर दें और पानी को पौधों में फर्टिलाइजर के रूप में इस्तेमाल करें।

सर्दी के समय पौधों में खाद कब डालें

सर्दियों के समय पौधों की ग्रोइंग स्टेज में और जब उनमें फल या फूल लगने लगें, तब उर्वरकों को डाला जाना चाहिए। पेड़, झाड़ीदार पौधों, लॉन और अधिकांश बारहमासी पौधों को ठण्ड की शुरुआत से पहले सितम्बर-अक्टूबर के महीने में ही खाद दे देनी चाहिए।