by samiksha tiwari
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होम गार्डन या टेरेस गार्डन में लगे पौधों को खाद देना तो आम बात है, लेकिन जब बात सीडलिंग की आती है, तो हमारे मन में यह सवाल पहले आता है, कि सीडलिंग को कब और कितनी खाद देनी चाहिए? क्योंकि सीडलिंग के छोटे नन्हें पौधे बहुत नाजुक होते हैं, यदि इन पर हम किसी गलत उर्वरक का उपयोग करेंगे, तो इसके प्रभाव से पौधे झुलस सकते हैं। यदि आप सीडलिंग को स्वस्थ मजबूत और रोगमुक्त रखना चाहते हैं, तो हम आपको बतायेंगे, कि सीडलिंग को खाद कब और कैसे दें।
सीडलिंग के लिए तैयार की गई मिट्टी में, आप पहले ही संतुलित उर्वरकों को शामिल करके रोपण के लिए पोषक तत्वों का एक अच्छा आधार प्रदान कर सकते हैं।
जब आपकी सीडलिंग की लंबाई 4 से 6 इंच तथा उसमें 2 से 4 नई पत्तियों का सेट तैयार हो जाता है, तब आप उन छोटे पौधों को रिपॉट करते समय खाद या उर्वरक दें सकते हैं।
सीडलिंग के लिए उपयुक्त संतुलित लिक्विड फ़र्टिलाइज़र का चयन करें। जिसमे नाइट्रोजन, फास्फोरस, और पोटेशियम के साथ आवश्यक सूक्ष्म पोषक तत्व एक संतुलित अनुपात में हो। इसके लिए (एनपीके) फ़र्टिलाइज़र का इस्तेमाल कर सकते हैं।
अंकुरों पर खाद का प्रयोग करने से पहले उचित मात्रा में पानी डालकर घोल को पतला कर लेना चाहिए ऐसा करना जरूरी है ताकि आपके द्वारा लगाए गए नाजुक पौधों को जलने से बचाया जा सके।
खाद देने से पहले सीडलिंग की मिट्टी में पानी का छिड़काव करें ताकि मिट्टी नम रहे और पोषक तत्वों को ठीक से अवशोषित कर सके।