गमले में उगाने के लिए टॉप 10 फल देने वाले पेड़ !

Green Handbag

By: Om Thakur

www.organicbazar.net

LAB

यदि आप ताजे कटे हुए फलों का आनंद लेना चाहते हैं, लेकिन फलों वाले पेड़ उगाने के लिए गार्डन की जगह नहीं है तो आप निराश मत हों। हम इस स्टोरी में कुछ ऐसे फल वाले पेड़ों के बारे में बताने जा रहें हैं, जिन्हें आप बालकनी या टैरिस पर गमले या ग्रो बैग में उगा सकते हैं।

सेब (Apple)

आप नर्सरी से सेब का ग्राफ्टेड पौधा खरीदकर गमले या ग्रो बैग की मिट्टी में लगाएं। अत्यधिक गर्म या अत्यधिक ठंडे स्थान को छोड़कर,सेब के पेड़ को कहीं भी उगाया जा सकता है। अपने सेब के पौधों को उचित प्रकार की दोमट मिट्टी में लगाएं। सेब के पौधों को कीटों औए रोगों से बचाने के लिए आप नीम तेल का छिड़काव करें, तथा नियमित रूप से जरुरत के अनुसार, पौधों की प्रूनिंग या छटाई करते रहें।

चेरी (Cherry)

आप चेरी के बीजों को गमले या ग्रो बैग में लगभग 0.5 या 1 इंच गहरा लगा सकते हैं, इसके अतिरिक्त इसके पौधों को कटिंग के द्वारा भी उगाया जा सकता है। चेरी का पौधा नम, लेकिन सूखी दोमट मिट्टी में अच्छी तरह से विकसित होता है। पौधों को अच्छी तरह से पानी देते रहें, ताकि मिट्टी में उचित मात्रा में नमी बनी रहे और चेरी के पौधे रसदार फल विकसित कर सकें।

अंजीर (Fig)

अंजीर का पौधा रेतीली दोमट मिट्टी या तैयार किए हुए पॉटिंग मिश्रण और अच्छी जल निकसी वाली मिट्टी में अच्छी तरह से ग्रो करता है। गमले में अंजीर के नए पौधों को रोपित करने के बाद नियमित रूप से पानी दें। गर्म मौसम और अधिक सूर्य प्रकाश में अंजीर का पौधा तेजी से विकसित होता है, लेकिन यह अधिक ठंड को सहन नहीं कर सकता है।

अनार – Pomegranate

आप अनार के पौधों को कटिंग या बीजों के द्वारा गमले या ग्रो बैग में आसानी से उगा सकते हैं। ये पौधे किसी भी प्रकार की मिट्टी में उगाएं जा सकते हैं, लेकिन जैविक सामग्री से भरपूर दोमट मिट्टी में अच्छी तरह से ग्रो करते हैं। अनार के पौधे को जरुरत के अनुसार पानी देना चाहिए। अनार के पौधे को फूलने और फलने के लिए भरपूर मात्रा में धूप की जरूरत होती है।

सीताफल  (Custard apple)

आप सीताफल के पौधों को बीजों और कलम दोनों प्रकार से लगा सकते हैं। इसका पौधा अप्रैल और मई के बीच खिलता है और अगस्त और नवंबर के बीच यह फल देने लगता है। सीताफल का पौधा सूखी, रेतीली और दोमट मिट्टी में अच्छी तरह से ग्रो करता है। जब पौधे सक्रिय रूप से बढ़ रहें हों, तो पौधों को नियमित रूप से पानी दें। और जब पौधे पर फूल आने लगें, तो पानी देना कम कर दें।

आम (Mango)

आम के पौधे को बीजों और कटिंग दोनों के द्वारा उगाया जा सकता है। अगर आप आम के पौधे को गमले या ग्रो बैग में उगाना चाहते हैं, तो आप ‘पामर’ या ‘सेंसेशन’ जैसी बौनी किस्मों का चयन करें। – लगभग सभी प्रकार की मिट्टी में आम का पौधा ग्रो कर सकता हैं, लेकिन यह सूखा दोमट मिट्टी में अच्छी तरह से ग्रो करता है। पौधा लगाने के शुरूआती समय में उचित मात्रा में पानी देते रहें।

नींबू (Lemon)

नींबू के पौधे को उगाने के लिए  मिट्टी का पीएच स्तर लगभग 5 से 7 होना चाहिए, क्योंकि यह पौधा अम्लीय मिट्टी में अच्छी तरह से ग्रो करता है। आप उचित मात्रा में पौधे को पानी देते रहें, जिससे गमले की मिट्टी में नमी बनी रहे। गमले को ऐसे स्थान पर रखें, जहां इसे लगभग 6 से 8 घंटे की धूप प्राप्त हो सके। पौधों की रोगग्रस्त या मृत शाखाओं की प्रूनिंग करते रहना चाहिए।

चीकू – Chikoo

नर्सरी से लाया गया ग्राफ्टेड (बौना) चीकू का पौधा जल्दी से ग्रो करता है। लगभग सभी प्रकार की मिट्टी में चीकू का पौधा उगाया जा सकता है, लेकिन गहरी जलोढ़ ,रेतीली दोमट और मध्यम काली मिट्टी में यह पौधा अच्छी तरह से विकसित होता है। चीकू के पौधे को नियमित रूप से पानी दें, ताकि पौधा लगे हुए गमले की मिट्टी में नमी बनी रहे। चीकू के पौधों को फूलने और फलने के लिए लगभग 6 से 8 घंटे की धूप की जरुरत होती है

अमरूद (Guava)

अमरूद के पौधे को आप कटिंग और लेयरिंग विधि का उपयोग करके गमले या ग्रो बैग में उगा सकते हैं। लगभग सभी प्रकार की मिट्टी में अमरूद का पौधा उग सकता है, लेकिन मुख्य रूप से रेतीली दोमट मिट्टी में अच्छी तरह से विकसित होता है। पौधा लगे हुए गमले की मिट्टी में नमी बनाए रखें, लेकिन जब पौधे में फूल और फल लगने लगें तो, पानी देना कम कर दें, क्योंकि इस समय ज्यादा पानी देने से फूल गिर सकते हैं।

संतरा (Orange)

आप संतरे के पौधे को बीज या कटिंग के द्वारा गमले या ग्रो बैग में उगा सकते हैं। संतरे का पौधा अच्छी जल निकासी वाली दोमट मिट्टी में सही से ग्रो करता है तथा गमले या ग्रो बैग का आकार बड़ा होना चाहिए। पौधे को नियमित रूप से पानी दें और पौधे में फूल आने पर पानी देना कम कर दें। पौधा घर के अंदर हो या बाहर, 24'C से 32'C के बीच वाले तापमान में अच्छी तरह विकसित होता है।

आशा है कि, इस स्टोरी में दी गई जानकारी आपको अच्छी लगी होगी। हमारी और भी उपयोगी स्टोरी पढने के लिए Organicbazar.net पर विजिट करें।