गमले या ग्रो बैग में उगाने के लिए टॉप 10 सब्जियां !

Green Handbag

By: Om Thakur

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यदि आप गार्डनिंग में नए है और ग्रो बैग में सब्जियां उगाना चाहते हैं, तो आप इन 10 सब्जियों को गमले या ग्रो बैग में आसानी से उगाकर अपने गार्डनिंग की शुरुआत कर सकते हैं। यह टॉप 10 सब्जियां आंगे की स्लाइड में पढ़ी जा सकती है- 

बीन्स (Beans)

आप गमले में बीन्स लगाकर अपने वेजिटेबल गार्डन की शुरुआत कर सकते हैं। इसकी बुवाई सितंबर-अक्टूबर के आस पास की जाती है। इसके पौधे अच्छी जल निकासी वाली और पोषक तत्वों से युक्त दोमट मिट्टी में अच्छी तरह से ग्रो करते हैं। बीन्स के पौधे लगे हुए गमले या ग्रो बैग की मिट्टी में नमी बनाए रखें।

टमाटर (Tomatoes)

आप टमाटर के बीजों को अंकुरित करने के लिए सबसे पहले बीजों को सीडलिंग ट्रे में लगाएं। बीज अंकुरित होने के बाद पौधों को पॉटिंग मिश्रण (मिट्टी) से भरे हुए गमले या ग्रो बैग में स्थानांतरित कर दें। टमाटर की फसल आप साल में तीन बार ले सकते हैं। टमाटर का पौधा अच्छी जल निकासी वाली और दोमट मिट्टी में अच्छी तरह से ग्रो करता है।

लेट्यूस (लेटस) – Lettuce

लेटस या लेट्यूस को हम सलाद पत्ता के नाम से जानते है, आप इसे अपने घर पर ग्रो बैग में आसानी से उगा सकते हैं। आप लेट्यूस के पौधों को फरवरी से अप्रैल और सितंबर से नवंबर के मध्य में लगा सकते हैं। इसके बीज बुआई से लगभग 7 से 10 दिन में अंकुरित होते हैं। लेट्यूस के पौधों के लिए दोमट मिट्टी उपयुक्त होती है। पौधे बड़े होने के बाद आप जरुरत के अनुसार, समय-समय पर ग्रो बैग में पानी देते रहें।

खीरा (Cucumber)

आप गर्मियों में फरवरी-मार्च, बरसात के मौसम में जून-जुलाई के महीने में गमले या ग्रो बैग में खीरा के बीज लगा सकते हैं। खीरा का पौधा अच्छी जल निकासी वाली रेतीली दोमट मिट्टी में तीव्र गति से ग्रो करता है। ग्रो बैग में खीरा के बीज बोने के बाद मिट्टी में नमी बनाए रखें।

मिर्च (Chilli)

आप मिर्ची के पौधों को गमले या ग्रो बैग में लगाने से पहले, मिर्ची के बीजों को सीडलिंग ट्रे में अंकुरित कर लें। बीज अंकुरित होने के बाद आप पौधों को गमले या ग्रो बैग में स्थानांतरित कर सकते हैं। आप ग्रो बैग में मिर्ची के पौधे लगाने के लिए रेतीली दोमट मिट्टी का उपयोग कर सकते हैं। मिर्ची के पौधे लगे हुए गमले या ग्रो बैग की मिट्टी में नमी बनाए रखें।

गाजर (Carrot)

गाजर मुख्य रूप से ठंडे मौसम की फसल है। लेकिन इसे अनुकूल परिस्थितियों में किसी भी मौसम में उगाया जा सकता है। आप गाजर के बीजों को ग्रो बैग की मिट्टी में लगभग ½ इंच गहरा बो सकते हैं। गाजर का पौधा सूखी, दोमट मिट्टी में अच्छी तरह से ग्रो करता है। मिट्टी को नम रखने के लिए पौधे को नियमित रूप से पानी दें।

मूली (Radish)

ग्रो बैग में मूली उगाने के लिए सर्दी का मौसम सबसे बेस्ट होता है। आप मूली के बीजों को अपने गमले या ग्रो बैग में लगभग ½ से ¼ इंच गहरा बो सकते हैं। मूली के बीज लगभग 7 से 10 दिन में अंकुरित होने लगते हैं। मूली का पौधा सूखी, दोमट मिट्टी में अच्छी तरह से ग्रो करता है। आप मूली के पौधों को ऐसे स्थान पर लगाए, जहां पौधों को लगभग 6 से 8 घंटे की धूप प्राप्त हो सके। आप ग्रो बैग में लगे पौधों को वॉटर केन की सहायता से पानी दे सकते हैं।

मटर (Pea)

मटर लगाने के लिए आप गमले या ग्रो बैग को मिट्टी और पॉटिंग मिश्रण से भर लें, और इस मिश्रण में थोड़ा सा पानी डालकर रात भर रखा रहने दें। ताकि, मिश्रण अवश्यकतानुसार गीला हो जाए। अगले दिन, गमले की मिट्टी में मटर के बीजों को लगा दें। मटर का पौधा, ठंडी और नम मिट्टी में अच्छी तरह से विकसित होता है। जब तक मटर के बीज अंकुरित न हों, पौधों को नियमित रूप से पानी देते रहें।

बैंगन (Brinjal)

आप बैंगन के बीजों को सीडलिंग ट्रे में लगाएं और बीज अंकुरित होने के बाद पौधों को किसी बड़े गमले या ग्रो बैग में स्थानांतरित कर दें। बैंगन का पौधा बहुत ठण्डी जलवायु में अच्छी तरह से ग्रो नहीं कर पाता हैं। लगातार मिट्टी को नम बनाए रखने से बैंगन का पौधा अच्छे गुणवत्ता वाले फलों का उत्पादन करता है।

चुकंदर (Beetroot)

चुकंदर को जून से अक्टूबर के बीच बरसात के मौसम में और अक्टूबर से फरवरी के बीच सर्दियों के मौसम में कभी भी ग्रो बैग या गमले में उगाया जा सकता है। बुवाई से लगभग 6 से 8 दिनों में चुकंदर के बीज अंकुरित हो जाते हैं। चुकंदर के लिए दोमट और रेतीली मिट्टी को सबसे अच्छा माना जाता है। आप चुकंदर लगे हुए गमले या ग्रो बैग की मिट्टी में नमी बनाएं रखें। चुकंदर के पौधे को उगने के लिए रोजाना 6 से 8 घंटे धूप की जरूरत होती है।

आशा है कि, इस स्टोरी में दी गई जानकारी आपको अच्छी लगी होगी। हमारी और भी उपयोगी स्टोरी पढने के लिए OrganicBazar.Net पर विजिट करें।