by samiksha tiwari
कारण और उपाय!
टमाटर बागवानों की सबसे पसंदीदा सब्जियों में से एक है और साथ ही साथ इसे बहुत अधिक देखभाल की आवश्यकता होती है। टमाटर का पौधा कीटों के प्रति बहुत संवेदनशील होता है, टमाटर की पीली पत्तियां बताती हैं कि आपके पौधे में कई पोषक तत्वों की कमी है, आज हम आपको बताएंगे कि टमाटर की पत्तियों का पीलापन कैसे दूर करें।
ध्यान दें कि टमाटर के पौधे कीड़ों के प्रति बहुत संवेदनशील होते हैं, इसलिए आप कीड़ों से छुटकारा पाने के लिए नीम के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं और घोंघे से बचने के लिए एप्सम साल्ट का इस्तेमाल कर सकते हैं।
किसी भी पौधे की अच्छी वृद्धि के लिए मिट्टी सबसे महत्वपूर्ण होती है। टमाटर के पौधे को अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी में लगाएं, आप पॉटिंग मिक्स मिट्टी का उपयोग कर सकते हैं।
टमाटर के पौधों को पर्याप्त धूप वाली जगह पर रखें, क्योंकि अगर पौधे को सही मात्रा में धूप नहीं मिलती है तो पत्तियाँ पीली पड़ने लगती हैं।
टमाटर के पौधे को पर्याप्त पानी दें, लेकिन जरूरत से ज्यादा पानी न दें क्योंकि इससे टमाटर के पौधों में किट का संक्रमण भी हो सकता है और जल जमाव की स्थिति बन जाती है, जिससे पौधे की जड़ें सड़ने लगती हैं।
नाइट्रोजन की कमी के कारण टमाटर का पौधा ज्यादा फूल और फल नहीं दे पाता है, जिसके लिए आप एनपीके खाद का इस्तेमाल कर सकते हैं, जो पौधे को सभी पोषक तत्वों की आपूर्ति करेगा।
पोटैशियम की कमी के कारण टमाटर की पत्तियों का रंग पीला और भूरे रंग के धब्बे भी दिखाई देने लगते हैं, ऐसे में पोटैशियम युक्त जैविक खाद का प्रयोग कर आप कमी को दूर कर सकते हैं।
मैग्नीशियम की कमी से भी टमाटर के पत्ते पीले पड़ने लगते हैं, इसके लिए आप एप्सम सॉल्ट लेकर उसे पानी में मिलाकर पौधे पर छिड़कें, कुछ ही दिनों में टमाटर के पत्ते हरे होने लगेंगे।