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by samiksha tiwari
जैसे-जैसे गर्मियों की चिलचिलाती धूप आ रही है, वैसे-वैसे गमलों में लगे पौधे पर ज्यादा ध्यान देना जरूरी हो गया है, क्योंकि ज्यादातर लोग बालकनी, बरामदे या छत पर गमलों या ग्रो बैग में पौधे लगाकर बागवानी करते हैं। आप कुछ आसान स्टेप को अपनाकर पौधों को गर्म परिस्थितियों में भी मुरझाने से रोक सकते हैं।
गर्मियों में पौधे को पानी देते समय यह सुनिश्चित करें कि पानी जड़ क्षेत्र तक पहुंचे और सिर्फ सतह को गीला न करे। पानी देने का सबसे अच्छा समय सुबह जल्दी और देर शाम का होता है।
हम सभी जानते हैं कि पौधों को बढ़ने के लिए सूर्य के प्रकाश की आवश्यकता होती है, लेकिन गर्मियों के दौरान सीधी धूप पौधों को नुकसान पहुंचा सकती है, इसलिए उन्हें आंशिक छाया प्रदान करें या ग्रीन शेड नेट का उपयोग करें।
मल्चिंग मिट्टी के तापमान को नियंत्रित करने और नमी को संरक्षित करने का एक प्रभावी तरीका है, या यह न केवल वाष्पीकरण को कम करता है बल्कि खरपतवा को बढ़ने से भी रोकता है।
गर्मियों में स्वस्थ पौधों के विकास के लिए प्रूनिंग और डेडहेडिंग आवश्यक है। किसी भी मृत या मुरझाई हुई पत्तियों, फूलों या तनों को तुरंत हटा दें क्योंकि इससे पौधे के चारों ओर हवा का संचार बना रहता है।
गर्मियों के दौरान, गमलों में लगे पौधों के विकास को समर्थन देने के लिए महीने में एक बार संतुलित तरल जैविक उर्वरक जैसे बायो Npk, प्लांट ग्रोथ प्रमोटर और सीवीड फर्टिलाइजर देना उचित होगा है।
गमलों में लगे पौधे स्पाइडर माइट्स, माइलबग्स और एफिड्स जैसे कीटों को आकर्षित कर सकते हैं, पौधे की नियमित जाँच करें। कीटों के लक्षण दिखाई देने पर जैविक कीटनाशक साबुन या नीम के तेल का स्प्रे करें।
पौधों को स्वस्थ और मजबूत रखने के लिए अच्छे ड्रेनेज होल्स वाले गमले या ग्रो बैग का इस्तेमाल करें और यदि हम मिट्टी की बात करें, तो यह उच्च जल धारण क्षमता, नम, अच्छी जल निकासी और कार्बनिक पदार्थों से भरपूर होना चाहिए।