samiksha tiwari www.organicbazar.net
जिंक पौधे के सभी आवश्यक पोषक तत्व में से एक है। जिंक की कमी से पौधों में असामान्यता दिखाई देती सही समय पर अगर पौधे में हो रही लक्षण को न पहचाना गया तो आपके पौधे की विकास और वृद्धि में रुकावट आ सकती है।
आप अपने गार्डन के पौधे की जाँच करके पता कर सकते है की उनमे जिंक की कमी तो नहीं हो रही है। मैं आपको बताने जा रही हूँ की कैसे हम पौधे में हो रहे लक्षण को पहचाने और जिंक की कमी को कैसे दूर करे ?
जिंक की कमी से होने वाले लक्षण।
जिंक की कमी को कैसे दूर करे?
मिट्टी का तापमान कम होना और मिट्टी का PH मान संतुलित न होने से पौधे में जिंक की कमी देखने को मिल सकती है।
चूना का बहुत ज्यादा उपयोग, मिट्टी में जिंक की कमी करता हैं। पौधों को जस्ता (जिंक) से युक्त खाद उचित मात्रा में न देना।
जिंक तत्व की कमी से पौधे की पत्तियां पीली और मुड़ने झुलसने लगती हैं।
पौधे की पत्तियों की छोटी होनी लगती है और हमें इनमे कुछ कवक रोग भी देखने को मिलते है।
आप पौधों में जिंक की कमी को दूर करने के लिए मिट्टी में वर्मीकम्पोस्ट, पुरानी गोबर खाद, ग्रीन लीफ खाद सकते हैं।
आपको गमले की मिट्टी में जलभराव से बचना चाहिए। अधिकांश मिट्टी में अधिक जल भराव के कारण जिंक की कमी होती है।
आप पौधों में फास्फोरस के उर्वरकों का इस्तेमाल अधिक न करें क्योंकि, यह पौधों में उपलब्ध जिंक की मात्रा को कम करते हैं।