by samiksha tiwari
एक स्वस्थ पौधे को उगाने के लिए ढीली, अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी की आवश्यकता होती है, जो जल-जमाव वाली न हो और गमले से आसानी से निकल जाए। ऐसी मिट्टी को अच्छी जल निकास वाली मिट्टी कहते हैं। यदि आप भी मिट्टी को भुरभुरा बनाना या वेल ड्रेनिंग मिट्टी बनाना चाहते हैं तो अपनाएं तरीकों को।
हर मिट्टी की ड्रेनेज कैपेसिटी अलग-अलग होती है। जैसे चिकनी मिट्टी की ड्रेनेज क्षमता कम और दोमट मिट्टी की अच्छी तथा रेतीली मिट्टी की सबसे अधिक होती है। आप पौधे लगाने के लिए रेडी टू यूज़ पोंटिंग सॉइल इस्तेमाल कर सकते है
मिट्टी की जल निकासी क्षमता में सुधार करने के लिए इसमें जैविक पदार्थ जैसे अच्छी तरह से सड़ी हुई गोबर की खाद, कम्पोस्ट, वर्मीकम्पोस्ट या कोकोपीट मिलाएं।
पर्लाइट, रेत और वर्मीकुलाइट मिलाने से भी मिट्टी की ड्रेनेज कैपेसिटी बढ़ती है। आप इसे मिट्टी तैयार करते समय मिला सकते है।
समय-समय पर गुड़ाई करने से मिट्टी की जल निकासी क्षमता भी बढ़ती है।
कवर क्रॉप के पौधे जैसे राई आदि को लगाने से भी मिट्टी की संरचना में सुधार होता है।
मिट्टी में जिप्सम मिलाने से उसकी ड्रेनेज क्षमता भी बढ़ जाती है और वह भुरभुरी हो जाती है।
पौधों की मिट्टी की मल्चिंग कर देने से भी मिट्टी की संरचना अच्छी बनी रहती है।