पौधो के लिए संजीवनी से कम नहीं ये लिक्विड फ़र्टिलाइज़र, जाने घर बनाने का तरीका!

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by samiksha tiwari

 जो लोग गार्डनिंग के शौक़ीन है वो किचन गार्डनिंग, टेरेस गार्डिनिंग और बालकनी गार्डनिंग के जरिए अपने घरों को खूबसूरत बनाते हैं।

ऐसे में गार्डनर को पौधों का खास ख्याल रखना पड़ता है ताकि उनकी ग्रोथ बेहतर हो.

पौधों की अच्छी वृद्धि के लिए अनुभवी गार्डनर हमेशा गार्डन के पौधों पर इन जैविक फ़र्टिलाइज़र का यूज़ करते है।

आप गोबर खाद को पानी में घोल कर रख दें और 1 या 2 सप्ताह बाद सभी पौधों पर यूज़ करें।

गोबर खाद:

“किचन के कचरे से बनी कम्पोस्ट खाद को पानी में घोलकर छायादार जगह पर रखें और फिर पौधों पर यूज़ करें।

कंपोस्ट टी:

नीम की खली का उपयोग करने से पौधों पर अधिक फल और फूल लगते हैं।

नीम की खली:

एप्सम नमक का घोल बनाकर मिर्च, टमाटर, गुलाब और प्याज के पौधों पर महीने में दो बार छिड़काव करें।

एप्सम साल्ट:

लिक्विड सीवीड एक जैविक फ़र्टिलाइज़र है जिसमे पौधों के लिए सभी पोषक तत्व मौजूद होते है।

सीवीड:

केले के छिलके में पोटैशियम भरपूर मात्रा में होता है, इससे तरल खाद बनाएं और फूल वाले पौधों पर इस्तेमाल करें।

केले के छिलके:

आप प्याज के छिलकों को नमक और हल्दी के साथ पानी में भिगोकर बगीचे के पौधों के लिए तरल उर्वरक तैयार कर सकते हैं।

प्याज के छिलके:

गुलाब के फूलों से भर जायेगा गमला, बस डालें ये सीक्रेट पानी!

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