By: Om Thakur
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पुदीना बहुत ही उपयोगी जड़ी-बूटी वाला पौधा है जिसका वानस्पतिक नाम मेंथा (Mentha) है। पुदीना के पौधे में विटामिन A और विटामिन C के साथ-साथ खनिज जैसे पोषक तत्व भी पाये जाते हैं। यह एक हर्बल पोधा है जो हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। इस लेख में आप जानेंगे कि, घर पर पुदीना कैसे लगाएं? और पौधा लगाने का सीजन क्या है? अधिक जानकारी के लिए इस स्टोरी को पूरा देखें
पुदीना लगाने का सीजन !
पुदीना को सालभर किसी भी मौसम में उगाया जा सकता है। लेकिन अत्यधिक ठंड पड़ने पर पौधों का विकास रुक सकता है, इसलिए पुदीना लगाने का सबसे अच्छा समय वसंत ऋतु या फरवरी से अप्रैल का महीना होता है। क्योंकि इस समय पौधों को पर्याप्त मात्रा में धूप मिल जाती है।
अच्छी किस्म के पुदीना के बीज!
पुदीना के स्वस्थ और अच्छे पौधे तैयार करने के लिए आप अच्छी किस्म के बीजों का चयन करें। पुदीना की अच्छी किस्म के बीज आप अपनी नजदीकी बीज की दुकान या ऑनलाइन OrganicBazar.Net से ऑर्डर करके खरीद सकते हैं। उत्तम किस्म के पुदीना के बीजों को ऑनलाइन खरीदने के लिए, नीचे दी गयी लिंक पर क्लिक कर सकते हैं ।
पुदीना के प्रकार !
पुदीने की बहुत सारी किस्मे होती हैं। जिनकी जानकारी नीचे दी गई है –
सेब पुदीना (Apple mint) इसे आप अपने घर गमले या ग्रो बैग में आसानी से उगा सकते हैं, इसमें सुगंध की तीव्रता बहुत अधिक पायी जाती है। नींबू पुदीना (Lemon mint) यह एक प्रकार का पुदीना है, जिसमें विशिष्ट प्रकार की नींबू जैसी गंध पायी जाती है। हरा पुदीना (Mint green) इसमें सुगंध के साथ-साथ प्रचुर मात्रा में फूल भी पाये जाते हैं। अनानास पुदीना (Pineapple Mint) इसमें सफेद बॉर्डर वाली दो रंग की बेहद खूबसूरत पत्तियां होती हैं। अंग्रेजी पुदीना (English mint) इसके कुचले हुए पत्तों से च्युइंग गम (chewing gum) जैसी महक आती
पुदीना लगाने के विधि !
पुदीना के पौधे को आप दो विधि से लगा सकते हैं। पहली विधि में बीजों को सीधे गमले या ग्रो बैग की मिट्टी में लगाया जाता है और दूसरी विधि में कटिंग के द्वारा पौधों को उगाया जाता है।
कटिंग से पुदीना उगाने के विधि !
कटिंग से पुदीना को आसानी से उगाया जा सकता है पुदीना की कटिंग को अपनी जड़ें विकसित करने में कुछ ही दिन लगते हैं। कटिंग को आप मिट्टी या पानी में लगा सकते हैं। पुदीना के पौधे में से कटिंग को लें और इसे गमले या ग्रो बैग की मिट्टी में लगा दें। यदि आप बहुत अधिक पुदीने के पौधे की कटिंग लगा रहें हैं, तो दो पौधों की बीच की दूरी कम से कम दो फीट रखें।
गमले में बीज से पुदीना उगाने की विधि !
पुदीना लगाने के लिए उचित आकार के गमले या ग्रो बैग का चयन करें। गमले में अतिरिक्त जल निकासी की उचित व्यवस्था हो। पॉट में पॉटिंग मिट्टी (potting soil) भरें। मिट्टी भरते समय गमले को ऊपर से 2 से 3 इंच खाली रखें। बीज लगाने के बाद हल्की मात्रा में स्प्रे वाटर (spray water) की मदद से पानी का छिड़काव करें। पुदीना के बीजों को घर के अंदर या अंकुर ट्रे (seedling tray) में अंकुरित करने के बाद, अंकुरित पौधों को उचित आकार के पॉट में लगाएं।
पानी में पुदीना कैसे उगाएं ?
आप पुदीना को अपने घर के अंदर पानी में भी उगा सकते हैं, इसे उगाने के लिए एक पुराने पुदीना के पौधे से कटिंग लें, कटिंग से सभी निचली पत्तियों को हटा दें और एक गिलास पानी में तने को डुबो दें। लेकिन समय-समय पर गिलास के पानी को बदलते रहें और गिलास को साफ करते रहें, कुछ समय बाद कटिंग से पौधा तैयार हो जाता है। लेकिन इस पौधे को ज्यादा समय तक हरा-भरा नहीं रखा जा सकता है, क्योंकि पानी से पौधे को पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व नहीं मिल पाते हैं। जिस कारण से पौधे की पत्तियां पीली पड़ने लगती हैं और पौधा नष्ट हो सकता है।
पुदीने के पौधों की देखभाल !
सूर्य प्रकाश - पुदीना के पौधों के अच्छे विकास के लिए पर्याप्त मात्रा में धूप की जरुरत होती है उपयुक्त मिट्टी - पुदीना का पौधा अतिरिक्त जल निकासी वाली दोमट मिट्टी में अच्छी तरह से ग्रो करता है। पुदीना के पौधे के लिए पानी- गमले की मिट्टी में नमी बनाए रखें, लेकिन मिट्टी को अत्यधिक गीला न करें, क्योंकि मिट्टी को ज्यादा गीला करने से मिट्टी चिपचिपी हो जाती है जिसके कारण पौधे की जड़ों का विकास रुक सकता है और परिणाम स्वरुप पौधा नष्ट हो सकता है। पुदीने के लिए खाद- आप पुदीना के पौधों के विकास के लिए पौधों को जैविक खाद जैसे पुरानी गोबर की खाद, वर्मीकम्पोस्ट, रॉक फास्फेट, बोन मील और नीम केक आदि दे सकते हैं।
पुदीना के उपयोग !
पुदीने के कुछ विशिष्ट उपयोग हैं जो आपको पता होना चाहिए। इसका उपयोग आप निम्न प्रकार से कर सकते हैं- पुदीने की पत्तियों का उपयोग चाय बनाने के लिए कर सकते हैं। नींबू पानी जैसे पेय में इसका उपयोग किया जाता है। मिंट सॉस और मिंट जैली बनाने में किया जाता है। गर्मी के मौसम में पुदीने और आम की चटनी बनाने में। ताजी पुदीने की पत्तियों के साथ भाप लेने से बंद नाक, सिरदर्द आदि समस्या को कम करने में मदद मिलती है।
आशा है कि, इस स्टोरी में दी गई जानकारी आपको अच्छी लगी होगी। हमारी और भी उपयोगी स्टोरी पढने के लिए OrganicBazar.Net पर विजिट करें।