by samiksha tiwari

वार्षिक पौधों को उगाने के

टिप्स!

वार्षिक पौधे वे होते हैं जिनके बीज बढ़ते मौसम के दौरान अंकुरित होते हैं, फिर पौधों में विकसित होते हैं, फूल बनते हैं, फिर फल और बीज पैदा करते हैं, और मौसम के अंत में मर जाते हैं। एनुअल प्लांट्स हर साल फिर से लगाने की आवश्यकता होती है। इन टिप्स को अपनाकर आप भी अपने वार्षिक पौधे को लंबे समय तक हरा-भरा रख सकते हैं। 

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ट्रांसप्लांटिंग विधि :

ट्रांसप्लांटिंग विधि से उगाए जाने वाले पौधों से पूरे सीजन हम सब्जियां प्राप्त कर सकते है आप पौधे के ग्रोइंग सीजन से कुछ समय पहले इनडोर बीज तैयार कर ले ताकि उन्हें आसानी से ट्रांसप्लांट किया जा सके।

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गमले का साइज़ :

यदि आप पौधों को गमले या ग्रो बैग में लगाने जा रहे हैं, तो उचित साइज के गमले को चुनें, जैसे- फूल वाले पौधों के लिए छोटे साइज के गमले, और वेजिटेबल के लिए मध्यम साइज, तथा झाड़ीदार पौधों को एक बड़े साइज के गमले या ग्रो बैग में लगाएं।

जैविक खाद: 

 इन पौधों को जैविक खाद जैसे- वर्मीकम्पोस्ट, गोबर खाद, मस्टर्ड केक, नीम केक आदि से युक्त पॉटिंग मिक्स में लगाना चाहिए।

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हार्वेस्टिंग

 सब्जियों और फलों की हार्वेस्टिंग समय पर की जानी चाहिए, जिससे पौधे में नए फल लगें।

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डेडहेडिंग

फूल वाले पौधों की फ्लावरिंग के समय डेडहेडिंग करना सही होता है, इससे पौधे में नए फूल खिलने लगते हैं।

नए पौधे लगाएं : 

सीजन खत्म हो जाने के बाद गार्डन से पौधों को उखाड़ कर अलग कर देना चाहिए तथा नए पौधे लगाने की तैयारी शुरू कर देनी चाहिए।

मिट्टी की मल्चिंग : 

आप अपने बगीचे की मिट्टी को जैविक खाद, गीली घास, लकड़ी की छीलन और अन्य कार्बनिक पदार्थों के साथ मल्चिंग करके अच्छी शुरुआत कर सकते हैं।

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निराई-गुड़ाई 

वार्षिक पौधे लगाने से पहले बगीचे की गुड़ाई करना बहुत महत्वपूर्ण है, इससे मिट्टी जनित कवक और अन्य बीमारियों से बचने में मदद मिलती है।

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