by samiksha tiwari
क्या आपने कभी सोचा है कि आप बिना मिट्टी के भी माइक्रोग्रीन्स उगा सकते हैं? यह एक दिलचस्प और अद्भुत संभावना है कि आप मिट्टी के उपयोग के बिना अपने घर में एक छोटी सी जगह में आप खुद स्वस्थ पौष्टिक माइक्रोग्रीन उगा सकते हैं। आइए, हम आपको बताते हैं कि बिना मिट्टी के आप माइक्रोग्रीन कैसे उगा सकते हैं।
बीज के अंकुरण और पौधे के बनने के बीच की अवस्था को माइक्रोग्रीन कहा जाता है। माइक्रोग्रीन्स विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सीडेंट जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। मूली, सरसों का साग, मेथी, पालक, लहसुन, धनिया, ब्रोकली, गोभी ये सभी सब्जियां माइक्रोग्रीन्स की उगाई के लिए उपयुक्त होती हैं।
बीज लगाने के लिए आपको एक चौड़े बर्तन या ट्रे की जरूरत होगी, इनके लिए आप 3 से 6 इंच गहराई और आवश्यकतानुसार चौड़ाई वाले बर्तन का उपयोग कर सकते हैं।
ट्रे के बाद बीज उगाने के लिए आपको ग्रोइंग माध्यम की आवश्यकता होगी, इसके लिए आप रॉकवूल, पेपर टॉवेल, सॉइल लैस मीडियम जैसे- कोकोपीट या कोकोपीट मेट आदि का उपयोग कर सकते हैं।
आप माइक्रोग्रीन्स उगाने के लिए कोकोपीट की मदद से बिना मिट्टी वाला पॉटिंग मिक्स तैयार कर सकते हैं, 80% कोकोपीट में 10% पेर्लाइट और 10% वर्मीक्यूलाइट मिला सकते हैं, अब आप इस मिश्रण में माइक्रोग्रीन्स उगा सकते हैं।
अब बीजों को मिट्टी रहित पॉटिंग मिक्स में फैलाएं और स्प्रे बोतल की मदद से इन बीजों को पानी दें। ध्यान रहे कि सीधे पानी न दें, स्प्रे बोतल का ही इस्तेमाल करें।
ट्रे को गर्म स्थान पर रखें, जहाँ तापमान 18 से 29 डिग्री सेल्सियस के बीच हो। बीजों में नमी बनाए रखने के लिए प्रतिदिन पानी का स्प्रे करें, यह लगभग 4 से 5 दिनों में अंकुरित हो सकते हैं।
जब उनमें से अंकुर दिखाई देते हैं, तब ढंकी हुई ट्रे को हटा दें, तथा इसे धूप (कम से कम 3 से 4 घंटे) वाले स्थान अर्थात खिड़की के पास रखें।
माइक्रोग्रीन्स की हार्वेस्टिंग तब की जा सकती है जब उन्होंने अपनी पहली पत्तियाँ विकसित कर ली हों, जो आमतौर पर बोने के 7-14 दिन बाद होती है। आप इन्हें अपनी दिनचर्या में शामिल कर आप खुद को स्वस्थ रख सकते हैं।