by samiksha tiwari
स्पंज गॉर्ड को भारत में तोरई या गिल्की भी कहा जाता है और यह लोकप्रिय गॉर्ड में से एक है। लौकी का पौधा एक मध्यम आकार की नरम, आकर्षक और बेलनाकार सब्जी पैदा करता है जिसमें उच्च फाइबर और खनिज होते हैं।
स्पंज गार्ड उगाने के लिए इसके बीज साल में दो बार कभी भी बोए जा सकते हैं। लेकिन इसकी बुवाई का आदर्श समय मध्य फरवरी से मध्य मार्च और मध्य मई से मध्य जुलाई का माना जाता है।
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स्पंज गार्ड को उगाने के लिए आर्गानिक मिट्टी(पोटिंग सॉइल) का उपयोगी सबसे बेस्ट होता है। इसमें उपयोग किए जाने वाले कीटाणुनाशक नहीं होते हैं, जो स्पंज गार्ड को पोषण देने में मदद करते हैं।
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गिलकी या स्पंज गार्ड के बीजों को आप अपने गार्डन के गमले या ग्रो बैग में लगा सकते हैं। इसके बीजों को लगाने से पहले आप बीजों को कुछ समय तक पानी में भिगो दें।
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घर पर गिलकी उगाने के लिए आप गमले या ग्रो बैग का ¾ हिस्सा मिट्टी से भर दें। उसके बाद बीजों को गमले या ग्रो बैग में लगभग 1/2 इंच गहरा लगाना चाहिए।
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स्पंज गार्ड के पौधे की वृद्धि के लिए आवश्यक तापमान 18°C से 35°C के मध्य उपयुक्त है, बीज लगाने से लगभग 6 से 10 दिन में गिलकी के बीज अंकुरित हो जाते हैं।
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स्पंज गार्ड को उचित मात्रा में पानी दे। पौधे की बुवाई के समय कम पानी देना चाहिए और जैसे-जैसे स्पंज गार्ड का पौधा बढ़ता है, उसमें आवश्यकतानुसार पानी देना चाहिए।
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कीट स्पंज गार्ड के पौधे को नष्ट कर सकते हैं। इन कीटों से बचाव के लिए आप नीम ऑयल या अन्य किसी उपयुक्त कीटनाशक का उपयोग कर सकते हैं।
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स्पंज गार्ड की वृद्धि के लिए आपको क्रीपर नेट का प्रयोग करना चाहिए जिससे स्पंज गार्ड की बेलों को सहारा मिल सके और वे तेजी से बढ़ सकें।
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