तरबूज की तरह दिखने वाली खीरे की यह किस्म भारतियों के बीच काफी लोकप्रिय है।
जिसे आमतौर पर कचरिया के नाम से जाना जाता है, यह एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन और फाइबर से भरपूर होता है।
इसे माउस मेलन, मैक्सिकन खट्टा खीरा और छोटा तरबूज के रूप में भी जाना जाता है।
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आप सर्दी के लास्ट महीने (जनवरी) से लेकर शुरूआती वसंत (फरवरी) तक घर के अंदर बीज से पौधा ग्रो कर सकते है।
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21-23°C (70-75°F) तापमान में कचरी के बीज 10-15 दिनों के भीतर अंकुरित हो जाते हैं।
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कचरी का एक पौधा 12X12 इंच के गमले या ग्रो बैग में अच्छी तरह विकसित हो सकता है।
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मिट्टी में बीजों को लगाने के बाद, उन्हें स्प्रे बोतल से पानी दें जिससे बीज, मिट्टी में गहराई में न दबें।
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अब बीज लगे गमले या सीडलिंग ट्रे को खिड़की या दूसरी उजाले वाली जगह पर रखें। मिट्टी सूखने पर पानी का स्प्रे करते रहें।
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कचरी के पौधे को खाद की जरूरत नहीं होती है। ज्यादा फल के लिए आप पौधे में बोनमील और वर्मीकम्पोस्ट डाल सकते हैं।
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कचरी एक बेल वाला पौधा है, जिसकी ग्रोथ 10 फीट तक हो सकती है। इसलिए इसे आप ट्रेलिस या क्रीपर नेट, का यूज़ करें।