samiksha tiwari
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जैविक तरीके से फ्रूट ट्री की देखभाल न केवल आपके पौधों को स्वस्थ रखने में मदद करती है साथ ही यह आपको फलों की अधिक उपज भी प्रदान करती है।
फ्रूट ट्री को रोजाना 6-8 घंटे की पर्याप्त मात्रा में धूप न मिलने से पौधों की ग्रोथ तथा फलो को प्रभावित कर सकते है।
ग्रोइंग सीजन के दौरान पत्तियों के विकास या फलों के उत्पादन के समय फल वाले पेड़ों को अधिक पानी की आवश्यकता होती है।
पत्तियों के विकास या फलों के उत्पादन के समय फल उन्हें खाद देना बहुत जरुरी होता है।
वसंत या पतझड़ के समय पेड़ों को ठंडी सर्दियों से बचाने के लिए मल्चिंग का उपयोग किया जाना चाहिए।
खरपतवार मिट्टी से पोषक तत्वों को लेता है,। जिस के कारण फल की ग्रोथ प्रभावित होती है इसीलिए खरपतवार को उखाड़कर तुरंत हटा दें।
फल वाले पेड़ की कटाई उसकी ग्रोथ बढ़ाने के लिए करना चाहते हैं तो प्रूनिंग के लिए सर्दियों का समय सबसे अच्छा होता है।
अपने फल वाले पेड़ों को विभिन्न प्रकार के कीट व बीमारियों से दूर रखने का प्रयास करें। इस नुकसान से फ्रूट ट्री को बचाने के लिए नीम के तेल स्प्रे करे।
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