गमले में मोरिंगा उगाने के 7 आसान तरीके, सेहत के लिए हैं वरदान!

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मोरिंगा को सहजन के नाम से भी जाना जाता है, इसका उपयोग आमतौर पर खाना बनाने में किया जाता है। मोरिंगा पेड़ के प्रत्येक हिस्से में प्रोटीन, विटामिन और खानिज पाए जाते हैं जिसके कारण इसे पोषण का पावरहाउस है।

आप बहुत ही आसानी से बीजों के माध्यम से घर पर ही मोरिंगा का पेड़ उगा सकते हैं। इस लेख में आप मोरिंगा उगाने के 7 महत्वपूर्ण टिप्स के बारे में जानेंगे।

सहजन का पौधा सीधी धूप में रखें, क्योंकि यह गर्म परिस्थितियों को पसंद करता है। इसलिए मोरिंगा पौधे के कंटेनर को घर में ऐसी जगह रखें जहाँ पौधे को 5-7 घंटे सीढ़ी धूप मिले।

1. मोरिंगा के लिए उचित स्थान:

यदि आप अपने घर पर गमले या ग्रो बैग में सहजन का पौधा लगाना चाहते हैं तो इसके लिए 75% गार्डन की मिट्टी, 15% रेत और 10% जैविक खाद का मिश्रण एक आदर्श मिट्टी होगी। 

2. मोरिंगा के लिए मिट्टी:

यह अत्यधिक ठंड की स्थिति को सहन नहीं कर सकता है इसलिए इसे उस मौसम में उगाना चाहिए जब मौसम गर्म हो। पौधे की अच्छी वृद्धि के लिए आदर्श तापमान 25 से 35 डिग्री सेल्सियस है।

3. सहजन के लिए सही मौसम:

सहजन या मोरिंगा के पौधे को आप ग्रो बैग या गमले में आसानी से लगा सकते हैं, इसके लिए गमले का साइज़ 24 x 24 इंच (W*H) होना चाहिए।

4.गमले या ग्रो बैग का साइज़:

सबसे पहले मोरिंगा के पेड़ से कम से कम 6 फीट की कटिंग लें। कटिंग को 1 मीटर गहरी मिट्टी में लगाएं, तथा मिट्टी में नमी बनाए रखें। 2 से 3 सप्ताह में कटिंग से नए पत्ते अंकुरित हो जाएंगे।

5.कटिंग से कैसे लगाएं?

सहजन के बीजों को पानी में डुबोकर 4 से 5 घंटे के लिए रखें। इसके बाद नम टिश्यू पेपर या हल्के गीले कपड़े में बीज को लपेटकर जिप-लॉक पाउच में 2 से 3 दिन के लिए रख लें, जब तक बीज अंकुरित न हो जाए।

बीज से उगाने की टिप्स

बीज अंकुरित होने के बाद इसे गमले की मिट्टी में लगभग 2 इंच की गहराई पर लगा दें। मिट्टी को नम रखें, लेकिन ध्यान रखें मिट्टी अधिक गीली न रहे तथा गमले में पानी भी न भरा रहे और गमले को छाया वाली जगह में रखें।

सहजन का पेड़ फूलने के दौरान कैटरपिलर का खतरा अधिक होता है। पौधों को कीड़ों और कीटों से मुक्त रखने के लिए आप समय-समय पर पौधों की पत्त्तियों पर नीम ऑइल के घोल का छिड़काव करें।

6. रोग और कीट नियंत्रण

मोरिंगा के पौधे के विकास के लिए कभी-कभी जैविक खाद और कम्पोस्ट या किचन वेस्ट से बनी खाद का इस्तेमाल करें।

7. जैविक खाद

पौधों को झाड़ीदार बनने से रोकने के लिए और सुन्दर दिखने के लिए नियमित रूप से प्रूनिंग करें। कटी हुई शाखाओं को फेंकने के बजाए इसके पत्तों को धूप में सुखा कर पाउडर बना ले।

8. छटाई करते रहे:

सहजन का पौधा लगभग दस महीने के बाद फल देने लगता है और अगले चार साल तक उत्‍पादन देता रहता है.

9.फल आने का समय: