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फलों के छिलकों से खाद बनाना एक सरल और प्रभावी तरीका है जिससे आप अपने बगीचे की मिट्टी की उर्वरता बढ़ा सकते हैं। आइए जानें कौन से फलों के छिलके खाद बनाने के लिए उपयुक्त हैं और इसका सही तरीका क्या है।
केले के छिलके पोटैशियम, फॉस्फोरस और कैल्शियम से भरपूर होते हैं। इन तत्वों से पौधों की जड़ों की वृद्धि होती है।
संतरे के छिलकों में विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो पौधों को स्वस्थ बनाए रखते हैं। इन्हें सुखाकर पीस लें और फिर मिट्टी में मिलाएं।
सेब के छिलके में नाइट्रोजन और पोटैशियम होता है, जो पौधों की वृद्धि में मदद करता है। सेब के छिलकों को कम्पोस्ट बिन में डालें या सीधे मिट्टी में मिलाएं।
तरबूज के छिलके पानी से भरपूर होते हैं और मिट्टी की नमी बनाए रखने में मदद करते हैं। इन्हें छोटे टुकड़ों में काटकर कम्पोस्ट बिन में डालें या सीधे मिट्टी में मिलाएं।
अनार के छिलके एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन सी से भरपूर होते हैं। इन्हें सुखाकर पीस लें और कम्पोस्ट में मिलाएं। यह पौधों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है।
आम के छिलके में कई पोषक तत्व होते हैं जो पौधों की वृद्धि में सहायक होते हैं। इन्हें छोटे टुकड़ों में काटकर कम्पोस्ट बिन में डालें।
अनानास के छिलके में कई पोषक तत्व होते हैं जो मिट्टी की उर्वरता बढ़ाते हैं। इन्हें छोटे टुकड़ों में काटकर कम्पोस्ट बिन में डालें।
पपीता के छिलके एंजाइम्स और पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। इन्हें सुखाकर पीस लें और कम्पोस्ट में मिलाएं। यह पौधों की जड़ों को मजबूत करता है।
नींबू के छिलके में सिट्रिक एसिड और विटामिन सी होता है, जो पौधों के लिए फायदेमंद है। इन्हें सुखाकर पीस लें और मिट्टी में मिलाएं।