Om Thakur
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अच्छे व स्वस्थ पौधे उगाने के लिए उपजाऊ मिट्टी महत्वपूर्ण है, जो कि कीटों और बीमारियों से पौधों को सुरक्षित रखती है। इस स्टोरी में आप जानेंगे कि गार्डन की मिट्टी की देखभाल कैसे करें !
गार्डन में गमले या ग्रो बैग की मिट्टी में लगे पौधों की पैदावार अन्य कारकों के साथ-साथ मिट्टी की गुणवत्ता पर भी निर्भर करती है। आइये जानते हैं मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार करने के जरूरी टिप्स:
मृदा परीक्षण करना आपके गार्डन में स्वस्थ पौधों को उगाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे कि आप पौधों को उचित मात्रा में पोषक तत्व प्रदान कर सकें।
मिट्टी को अधिक उपजाऊ बनाने के लिए आप इसमें जैविक खाद मिला सकते हैं, जिससे कि मिट्टी को सभी आवश्यक पोषक तत्व प्राप्त हो सकें।
मल्च प्रक्रिया अधिकतर गर्मियों के समय या अधिक तापमान होने पर मिट्टी में नमीं बनाये रखने के लिए अपनाई जाती है। मल्चिंग करने के लिए आप मिट्टी में पत्तियों या घास की 2-3 इंच मोटी परत बिछा सकते हैं। यह प्रक्रिया मिट्टी को ठंडा रखती है और खरपतवार के विकास को भी रोकती है।
कवर फसल भारी बारिश, तेज हवाओं और बर्फ पिघलने से मिट्टी को नष्ट होने से बचाती है। ये फसलें मिट्टी को संकुचित होने से रोकने के साथ-साथ खरपतवारों की वृद्धि को भी रोकती हैं।
गार्डन की मिट्टी के स्वास्थ्य और उर्वरता में सुधार करने के लिए मिट्टी में पुरानी खाद डालें। क्योंकि ताजा तैयार खाद बहुत गर्म होती है जो आपके पौधों की पत्तियों को जला सकती है या उन्हें नष्ट कर सकती है।
मिट्टी पर अधिक दबाव पड़ने के कारण मिट्टी संकुचित हो सकती है, इसकेअलावा अधिक गीली या चिपचिपी मिट्टी का इस्तेमाल भी आपके पौधों को नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए आप मिट्टी को संघनित होने से रोकने के लिए मिट्टी में थोड़ी सी रेत मिला सकते हैं।
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